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सागरों की असीम मिथेन गैस धरती के लिए है सबसे बड़ा जहर

 

जयपुर। आज के जमाने में कुछ भी हो सकता है। इंसान अंतरिक्ष में ग्रह तो  धरती पर कई हजार गुना हीरों की खान ढूंढ सकता है। आज के दौर में हर काम इंसान कर सकता है लेकिन प्रकृति भी इससे पीछे नहीं रहना है।  वो भी समय समय पर आपना आपना कारनामा दिखाती है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने सागर से एक जलती हुई बर्फ निकाली है। आप इस बात पर यकीन तो नहीं करोंगे लेकिन बर्फ में धधकती आग लग सकती है।

यह प्रकृति का एक कारनामा है रासायनिक क्रियाओं के कारण ऐसा हुआ है। वैज्ञानिकों को मानना है कि समुद्र की असीम गहराई से निकली बर्फ तुरंत आग पकड़ लेती है। उनका कहना है कि ऐसी बर्फ ऊर्जा का बड़ा स्रोत बन सकती है, लेकिन इसका उल्टा असर धरती बर्बाद भी कर सकती है। जैसा कि हम जानते है कि धरती में ईंधन का भंडार है तेल के कुएं, कोयले के भंडार और गैस फील्ड आते हैं लेकिन हाल ही में वैज्ञानिक एक ऐसे स्रोत तक पहुंच रहे हैं, जिस पर अब तक ज्यादा ध्यान नहीं गया है।

आपको बता दे कि यह पृथ्वी पर मौजूद ऊर्जा का सबसे बड़ा भंडार है। संमदर की असीम गहराई में अरबों टन मीथेन गैस दबी हुई है। अत्यधिक दबाव और बहुत ही ठंडे तापमान के चलते यह मीथेन बर्फ के क्रिस्टलों के भीतर छुपी है। वैज्ञानिकों ने इसका नाम मीथेन हाइड्रेट है। इसे आप आम भाषा में “फायर एंड आईस” भी कह सकता है। यह ऊर्जा का बहुत ही बड़ा स्त्रोत हो सकता है।