ब्रह्मांड में भी खाली स्थान की अपनी ही एक विशेषता होती है
जयपुर। हम सब इस पृथ्वी पर कई सालों से निवास करते आ रहे है हमारे पुर्वज और अब हम। जब से इंसानों ने अपना होश संभाला है तब से कई सवालों के सैलाब में डुबा हुआ है इनका जवाब पाये बिना यह शांती से नहीं बैठा है और कई लाखों सालों से यह उन सवालों के बारे खोज कर रहा है कुछ हद तक इसने कई सवालों के जवाब ढुंढ लिए है और कई सवाल खुद ब खुद खड़े हो गये है। जैसे हमारे रोजमर्रा के जिंदगी के सभी चीजों के आसपास ही कुछ और भी है जो काफी महत्वपूर्ण है और बहुत अधिक रहस्यमय भी है। अतंरिक्ष एक रहस्यों का पीटारा है हम भी इसके एक हिस्से है।
सोचिये अगर धरती से सभी लोगो, कारो, बसों, ट्रेनों, इमारतों को हटा दिया जाये तो क्या होगा और यहाँ तक कि पृथ्वी, सभी बड़े छोटे ग्रहों, तारो और आकाशगंगाओ तक को हटा दिया जाये और छोटी से छोटी चीजो जैसे गैसों और धूल के अंतिम परमाणुओं तक को हटा दिया जाय तो वास्तव में इस ब्रह्रमांड में क्या बचेगा ? अधिकांश लोगों का जवाब होगा “कुछ भी नही”। अगर नियमों से देखा जाये तो यह जवाब सही भी है लेकिन दूसरे तरीके से इसे देखे तो यह जवाब सरासर गलत भी है। इस ब्रह्मांड में खाली स्थान भी कहीं खाली हो सकता है ?
जैसा कि हम लोग समझते है कि रिक्त स्थान का मतलब कुछ भी नही है लेकिन वास्तव में यह रिक्त स्थान ही अपनी छिपी हुई विशेषताओं के साथ बहुत कुछ है। इससी से जोड़ते हुये बताते है कि अंतरिक्ष की बात करते है तो हम ज्यादातर लोग आसमान को ओर निहारने लगते है जबकि वास्तव में अंतरिक्ष तो आपके आसपास सभी जगह रिक्त स्थान मौजूद है इसके कारण से हम अंतरिक्ष को मोड़ सकते है इसे लहरेदार बना सकते है इसे सिकोड़ सकते है फैला भी सकते है। अंतरिक्ष इतना वास्तविक है कि यह खाली स्थान ही हमारे आसपास की दुनियां में सबकुछ को आकार देने में मदद करता है। तो अब मत सोचना की रिक्त मतलब खाली दिमाग से काम लो की खाली जगह में भी अपनी एक विशेषता है।