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तो क्या वाकई 2030 तक इंसान अंतरिक्ष में रहने लगेगा

 

जयपुर। धरती के गर्भ से निकल कर आज इंसान आसमान को चीर कर ब्रह्मांड के राज़ खोल रहा है। हमारे पूर्वजों को हम पर बहुत ही गर्व होता होगा की हमारे वंशज बहुत ही अच्छा काम कर रहा है धरती से आसमान तक छलांग लगा रहा है। अपना अस्तित्व ब्रह्मांड की हवाओं में बनाता जा रहा है। इसी प्रकार विज्ञान ने बीते कुछ सालों में उम्मीद से ज्यादा ही तरक्की कर ली है। यह मनुष्य की प्रगतिशील सोच का ही नतीजा है। ब्रह्मांड को लेकर इंसान के मन में बहुत जिज्ञासा रही है।

वह हमेशा जानने की इच्छु करता है की आखिर इस घने आकाश के पार क्या है। वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले 12 सालों में चंद्रमा पर पहली मानवीय बस्ती बसा ली जाएगी। आपको यकिन तो नहीं होगा लेकीन ये सच है कुछ सालों में आप खुद ये सब देख सकते है। कई शोधकर्ताओं ने कहा है की चांद पर बस्ति का काम साल 2030 तक पूरा हो जाएगा और इंसान वहां आराम से रह सकता है। इसके लिए बहुत से परीक्षण करने बाकी है जो इंसान को रहने में सहूलियत देगा।

नीदरलैंड्स में हुए यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की संगोष्ठी में इस मुद्दे पर चर्चा की गई थी। अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई कि अगले कुछ दशकों में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए चांद पर रहने योग्य कॉलोनी बसा ली जाएगी जिससे धरती का बोझ हल्का होगा। और खगोल विज्ञानी बताते हैं कि आने वाले सालों में मंगल और दूसरे ग्रहों पर भेजे जाने वाले अभियानों के लिये चंद्रमा पर एक  स्टेशन बनाया जायेगा। और ये ब्रह्मांड की खोज के लिए लाभदायक साबित होगी।