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तो इस ग्रह को माना जाता है डर का सबसे बड़ा देवता

 

जयपुर। इंसानों द्वारा कई ग्रहों को कई तरह के देवताओं का नाम पर पूजा जाता है इसी तरह से एक ग्रह को भय का देवता भी माना जाता है। इस ग्रह का नाम फोबोस है जो मंगल का बड़ा और अंदरूनी उपग्रह है। बता दे कि फोबोस पूरे सौर मंडल मे अपने ग्रह के सबसे नजदिक वाला उपग्रह है अभी तक कोई भी इतना नजदिक उपग्रह नही पाया गया है। यह उपग्रह केवल मंगल की सतह से 6000 किमी ऊपर है। यह सौरमंडल के सबसे छोटे उपग्रहो में से भी एक माना जाता है। इस ग्रह की कक्षा मंगल के केन्द्र से 9378 किमी है और इसका व्यास 22.2 किमी है।

ग्रीक मिथको के अनुसार माना जाता है कि फोबोस मंगल और शुक्र का बेटा है। फोबोस का ग्रीक मे अर्थ होता है भय। बता दे कि फोबीया शब्द फोबोस से ही बना है।  फोबोस मंगल की परिक्रमा समकालिक कक्षा के निचे करता है। यही कारण है कि यह पश्चिम मे उगकर, तेजी से गति करते हुये पूर्व मे अस्त हो जाता है। आपको बता दे कि फोबोस मंगल के आकाश मे एक दिन मे दो बार उदय हो कर अस्त होता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक फोबोस का भविष्य नही है क्योंकि इसकी कक्षा हद से ज्यादा छोटी होते जा रही है। वैज्ञानिक बतातें है

कि अगले 5 करोड़ वर्षो मे यह मंगल की सतह से टकरा जायेगा या फिर टूटकर मंगल के चारो ओर वलय बनायेगा। फोबोस कार्बनिक पदार्थो से भरपूर क्षुद्रग्रहो से बने हुये है। इनका घनत्व इतना कम है कि ये चट्टान नही भी हो सकते है। वैज्ञानिकों ने बताया कि ये चट्टान और बर्फ के मिश्रण से बने हो सकते है। दोनो की सतह पर क्रेटरो की भरमार मापी गई है। मार्श ग्लोबल सर्वेयर के अनुसार फोबोस पर एक मीटर मोटी धूल की परत है जो कि चन्द्रमा की धूल के जैसे ही दिखाई पड़ती है।