×

तो क्या 4 अरब साल बाद नहीं रहेगा हमारी आकाशगंगा का कोई वजूद

 

जयपुर। मानव कई चीज़ों के बारे में खोज करके उनको परख करके अब उनकी भविष्यवाणी कर रहा है। हो सकता है इनकी भविष्यवाणी सच हो या ना हो लेकिन इन्ही के द्वारा दिये गये सिंद्धांतों के अनुसार इनकी कई भविष्यवाणी सच होगी। हाल ही में इन्होंने एक और भविष्यवाणी की है कि आज से तकरीबन चार अरब वर्षों के बाद हमारी आकाशगंगा मंदाकिनी एंड्रोमेडा आकाशगंगा से जा टकरायेगी। और साथ ही वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि जब यह टक्कर होगी तो हमारा सूर्य एक विशाल लाल तारा बन चुका होगा

और इस खगोलीय टकराव का साक्षी कोई भी ग्रह नहीं होगा।  खगोलियशास्त्रों की अवलोकन से ज्ञात होता है कि दो पड़ोसी आकाशगंगाओं का मिलन बड़ा दुर्लभ होता है। माना जाता है कि जब यह टकराती है तो इसके प्रभाव बड़े पैमाने पर देखे जा सकते है। यह चार अरब वर्षो के बाद दो बड़े आकाशगंगा एक दूसरे से विलय करेंगी तब तक शायद धरती और सूरज भी नहीं होंगे। आपको बता दे कि एंड्रोमेडा आकाशगंगा जो की एक अण्डाकार आकाशगंगा है। और हमारी आकाशगंगा एक सर्पीलाकार है। शोधकर्ताओं बताया की इस अद्भुत टकराव के बाद दोनों आकाशगंगाओं की संरचना बिल्कुल बदल जायेगी

और यह किस तरह का रूप लेगी यह कहा नहीं जा सकता है। और किस तरह का प्रभाव छोड़ेगी इसका भीकुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन अभी कोई डरने की कोई बात नहीं है क्योंकि एंड्रोमेडा गैलेक्सी हमारी आकाशगंगा से 250 लाख प्रकाश वर्ष दूर है लेकिन गुरुत्वाकर्षण के पारस्परिक पुल के कारण एंड्रोमेडा लगभग 70 मील/110 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से हमारी आकाशगंगा के करीब आ रही है। तो इसी की रफ्तार से आंदाजा लगाया गया है कि यह टक्कर शुरू होने से लगभग चार अरब वर्ष शेष हैं।