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अब बवंडर से बन पाएगी बिजली, ऊर्जा उत्पादन की अनोखी तकनीक आ गई है

 

जयपुर। बवंडर या टॉरनेडो का नाम सुनते ही हर तरफ कयामत का खौफनाक मंज़र दिखाई देने लगता है। जी हां, अमेरिका इस तरह के चक्रवात से सबसे ज्यादा पीड़ित देश है। वहां तो हर साल कोई न कोई तूफान आत ही रहता है। ऐसे में अगर कोई इस टॉरनेडो यानि धूलभरे तूफान से भी अपना फायदा निकालने की बात सोचे तो वह सचमुच बहुत बड़ा जीनियस होगा। दरअसल एक सेवानिवृत इंजीनियर ने तूफान से घबराने के बजाए उससे बिजली बनाकर दिखा दिया है।

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जी हां, यह कल्पना नहीं बल्कि हकीकत है। इस तरह के बवंडर से अब बिजली बनाई जा सकेगी। क्योंकि इसमें असीम ऊर्जा छुपी हुई होती है। तो अगर इस तरह के भंयकर तूफान की ऊर्जा को विद्युत उत्पादन में लगा दिया जाए तो यह कभी ना खत्म होने वाला अक्षय ऊर्जा स्त्रोत बन सकता है। हालांकि प्रायोगिक तौर पर ऐसा करना काफी जानलेवा औऱ खतरनाक है। मगर ओंटेरियो के एक रिटायर्ड इंजीनियर ने यह मुमकिन कर दिखाया है। लुइस मिचॉड नामक यह जुनूनी अभियंता दरअसल एक तेल कंपनी से सेवानिवृत हुआ है।

मिचॉड ने रिटायरमेंट के बाद का अपना सारा जीवन इस टॉरनेडो आधारित पावर प्रोजेक्ट को विकसित करने में लगा दिया था। लुइस ने अपनी इस खास तकनीक का नाम एटमोस्फेरिक वोर्टेक्स इंजन रखा है। हालांकि शुरूआत में जब लुइस ने इस पर काम करना शुरू किया था तब वह खुद भी नहीं जानते थे कि इससे बिजली भी बनाई जा सकती है। वह तो बस जल सरंक्षण की तकनीक को तलाश रहे थे। क्योंकि उस इलाके में पेयजल संकट बहुत ज्यादा गहराया हुआ था।

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मगर धीरे धीरे यह तकनीक लुइस को बिजली उत्पादन करने की ओर लेती गई। अब तकनीक की बात करे तो बवंडर के निचले हिस्से की हवा बहुत ज्यादा घर्षण की वजह से तपकर अत्यधिक गर्म हो जाती है। लेकिन इस दौरान ऊपर वाले हिस्से की हवा तो वैसे ही ठण्डी रहती है। तापमान में आने वाले इस अंतर को ही ऊर्जा में बदला जाता है।