×

चुम्बकीय क्षेत्र की मदद से बहुत कुछ किया जा सकता है

 

जयपुर। चुंबक वह प्राकृतिक पत्थर है जो किसी भी लोहे से बनी हुई वस्तु को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह बात तो हम सब अच्छी तरह जानते ही है। मगर क्या आप जानते है कि चुंबकीय फील्ड की मदद से कई ऐसे काम भी किये जा सकते हैं, जो आमतौर पर असंभव से लगते हैं। दरअसल चुंबक नेचुरल अवस्था में एक ऐसा पत्थर है जिसकी फितरत लोहे के छोटे-छोटे टुकड़ों को अपनी और आकर्षित करना है।

इधर भी निगाहें क़रम हो जाए:- अब बारिश की बूंदों से बनाई जा सकेगी बिजली

असल में यह कुदरती पत्थर लोहे का ऑक्साइड (Fe3O4) होता है। इसकी कोई तयशुदा आकृति नहीं होती है। यह किसी भी रूप में पाया जा सकता है। साथ ही कुछ खास किस्म के पदार्थों की कृत्रिम तरीकों से भी चुंबक बनने पर मजबूर किया जा सकता हैं। जैसे कि लोहा, इस्पात, कोबाल्ट, इत्यादि धातुओं को कृत्रिम चुम्बक बनाया जा सकता है। हालांकि कृत्रिम चुंबक की आकृतियाँ विभिन्न तरह की हो सकती हैं।

इधर भी निगाहें क़रम हो जाए:- लंबी उम्र चाहिए तो दिमाग के घोड़े दौड़ाएं, लंबी उम्र को…

गौरतलब है कि पृथ्वी के भीतर भी निकल और कोबाल्ट के पिघली हुई अवस्था में होने की वजह से यह एक चुंबक की तरह व्यवहार करती है। तभी तो इसके भी नोर्थ पोल और साउथ पोल होते हैं। चुंबकीय बल की मदद से आजकल कई काम किये जाते हैं। जिस क्षेत्र में चुंबक के प्रभाव का अनुभव किया जा सकता है उसे ही चुम्बकीय क्षेत्र यानी के मैग्नेटिक फील्ड कहा जाता है। आने वाले समय में भी इस चुंबकीय फील्ड की मदद से कई ऐसे काम किए जा सकेंगे जो कि फिलहाल नामुमकिन लगते हैं।