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जानिये युरेनस का ग्यारहवें ज्ञात चन्द्रमा की विचित्र बातें

 

जयपुर। मिरांडा एक उपग्रह है जो कि युरेनस का ग्यारहवां ज्ञात चन्द्रमा है। यह युरेनस के बड़े चंद्रमाओ मे सबसे अंदरूनी उपग्रह है। इसी कक्षा  129,850 किमी है और व्यास  472किमी है। आपको बता दे कि मिरांडा  शेक्सपियर के नाटक  द टेम्पेस्ट  के जादूगर प्रास्पेरो  की बेटी का नाम है। जानकारी के बता दे कि मिरांडा की खोज 1949 में क्वीपर ने की थी। वायेजर अंतरिक्ष यान जो अभी सौरमंडल से 20 अरब दूर जा चुका है यह नेपच्युन तक पहुंचने के लिये युरेनस के समीप से गुजरना था।

जानकारी दे दे कि युरेनस की उपग्रह प्रणाली क्रांतिवृत्त से लम्बवत होने के कारण वायेजर यान केवल मिरांडा को पास से निरिक्षण किया था। वायेजर यान से पहले इस चन्द्रमा के बारे मे वैज्ञानिकों कम ही जानकारी थी। यह ज्यादा बड़ा नही है, इसमें कुछ भी विशेष नही है। यह वायेजर यान के मार्ग मे आ गया था तो इसको गिना जाता है। इसी सबसे बढ़ी खास बात यही है कि ये आधा बर्फ और आधा चट्टानी है। मिरांडा की सतह मिश्रित है इसके अंदर अत्याधिक क्रेटरो के सार्ग पर्वत, घाटीया और चोटीया  है। वायेजर 2 यान ने मिरांडा एक रहस्य खोले थे।

इससे पहले माना जाता था कि युरेनस के चन्द्रमाओ मे अंदरूनी प्रक्रिया के प्रमाण नही होंगे। लेकिन मिरांडा की सतह इतनी विचित्र थी कि तकनिकी शब्द कम पड़ रहे थे। वैज्ञानिकों को इसको समझाने के लिये फीता, रेस ट्रेक, परतदार केक जैसे शब्दो का प्रयोग करना पड़ रहा था। युरेनस के चारो बड़े चन्द्रमाओ को साधारण दूरबीन से देखा जा सकता है, लेकिन मिरांडा थोड़ा दूर है इसलिए इसको गहरी रात में ही देखा जा सकता है।