अच्छी नींद लेने मे भारतीयों ने सब देशों को पीछे छोडा
जैसे- जैसे समय आगे बढ रहा है वैसे-वैसे इन्सान अपनी नींद खोता जा रहा है। आज के समय मे इन्सान खुद को इतना व्यस्त रखता है कि उसे अपनी नींद पूरी करने का भी समय नही मिलता है। जिसके कारण वह कई बीमारियों से घिर जाता है। पहले के समय मे इन्सान अच्छी नींद लेता था। और बहुत अधिक क्रियाशील रहता था। लेकिन अब आलसी होता जा रहा है। हाल ही मे हुए एक सर्वे मे सामने आया कि भारतीय दुनिया मे सबसे आगे है। इसके बाद सऊदी अरब और चीन का स्थान है। नींद न आने की आदत मे सबसे बुरी हालत दक्षिण कोरिया की और उसके बाद जापान की है।
फिलिप्स की ओर से ग्लोबल मार्केट रिसर्च फर्म केजेटी ग्रुप ने 12 देशों के 18 वर्ष और उससे ऊपर के 11 हजार 6 लोगों पर सर्वे किया। फिलिप्स ग्लोबल स्लीप सर्वे 2019 मे एक आंकडा सामने आया है कि कनाडा (63 प्रतिशत) और सिंगापुर (61 प्रतिशत) में लोगों को सबसे ज्यादा नींद से जुड़ी समस्याएं हैं। क्योंकि दुनिया भर के 62 प्रतिशत वयस्कों ने माना है कि रात को जब वे सोने जाते हैं तो उन्हें अच्छी नींद नहीं आती है।
हमारी जीवनशैली हमेशा हमारी नींद को प्रभावित करती है। दुनिया में नींद को प्रभावित करने के पांच मुख्य कारण है : चिंता/तनाव (54 प्रतिशत), पर्यावरण (40 प्रतिशत), कार्य व स्कूल का शेड्यूल (37 प्रतिशत), मनोरंजन (36 प्रतिशत) और स्वास्थ्य कारण (32 प्रतिशत)। स्वस्थ रहने और हालचाल ठीक रखने में नींद एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। यदि हम अपनी नींद पूरी करते है तो हम स्वस्थ रहते है और हमारा हालचाल ठीक रहता है।