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सूरज से निकलने वाली विशाल लपटें धरती के चुंबकीय क्षेत्र को प्रभावित कर सकती हैं

 

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हाल ही में सूर्य से निकल रही विशाल ज्वालाओं को रिकॉर्ड किया हैं। नासा के मुताबिक इन विशाल ज्वालाओं की वजह से सोलर स्टॉर्म यानी सौर तूफान उत्पन्न हो चुका है। यह भयंकर सौर तूफान पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है। इसके परिणाम काफी खतरनाक हो सकते हैं। इस तरह के सौर तूफान में बहुत ज्यादा ऊर्जा होने से यह धरती के चुंबकीय क्षेत्र को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है।

नासा के अधिकारियों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इस भयानक सोलर स्टॉर्म के धरती से टकराने के कारण दुनिया के सभी देशों के उपग्रह अव्यवस्थित हो सकते हैं। साथ ही इस तूफान की वजह से कमर्शियल उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। इतनी ही नहीं यह तूफान नेविगेशन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जीपीएस तकनीक को भी पूरी तरह से ठप कर सकता है।

नासा ने इस सौर तूफान की वजह सूरज के भीतर उत्पन्न हो रही भयानक और विशाल लपटों को बताया हैं। साथ ही नासा ने यह भी कहा है कि इस सौर तूफान की वजह से दुनिया के लगभग सभी हिस्सों में बिजली जा सकती है। क्योंकि सूर्य से निकलने वाली ये विकिरणें धरती पर मौजूद किसी भी इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली को तहस नहस करने का काम कर सकती हैं।

अब हम आपको इन सौर ज्वालाओं के बारे में बताते हैं। दरअसल सूर्य के वातावरण में होने वाले जबरदस्त विस्फोटों को सोलर फ्लेर्स यानी सौर ज्वालाएं कहा जाता हैं। सूरज से निकलने वाली ये सौर ज्वालाएं पृथ्वी पर सामान्य स्तर से ज्यादा ऊर्जा की विकरण भेजने लगती हैं। जब ये सौर ज्वालाएं पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराती हैं तो इन दोनों के संगम से भयंकर सौर तूफान का जन्म होता है।