‘हम सब जानते हैं…’ राहुल गांधी के ट्रंप वाले ट्वीट पर शशि थरूर ने तोड़ी चुप्पी, आईना दिखाते हुए कह डाली बड़ी बात
कांग्रेस नेता और केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'भारत की अर्थव्यवस्था मर चुकी है' वाले बयान पर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और यह बात सभी जानते हैं।दरअसल, ट्रंप ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा था कि भारत की अर्थव्यवस्था मर चुकी है। उनके इस बयान का कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने समर्थन किया था।हालांकि, अब थरूर ने इस मामले पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, "ऐसा बिल्कुल नहीं है। ऐसा नहीं है और हम सभी यह जानते हैं।" थरूर से पहले, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने भी ट्रंप के बयान का विरोध किया था।
अमेरिका के 'टैरिफ बम' पर थरूर की प्रतिक्रिया
उन्होंने ट्रंप के बयान को खारिज करते हुए कहा कि वह गलत हैं। इसके साथ ही, अमेरिका द्वारा भारत पर 25% टैरिफ और जुर्माना लगाने को लेकर शशि थरूर ने कहा था कि यह सिर्फ सौदेबाजी की रणनीति है और दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता चल रही है।
राहुल गांधी का उलटा दांव
अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर लगाए गए 25 प्रतिशत शुल्क के राजनीतिक नफा-नुकसान का भी आकलन किया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए ट्रंप कार्ड उल्टा पड़ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब भारत की अर्थव्यवस्था को मृतप्राय बताया, तो राहुल गांधी ने तुरंत उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा - मुझे खुशी है कि ट्रंप ने ऐसा कहा। हालाँकि, शिवसेना यूबीटी की प्रियंका चतुर्वेदी समेत उनकी ही पार्टी के शशि थरूर और राजीव शुक्ला ने इसका खंडन किया।
राजीव शुक्ला और प्रियंका गांधी के बयान से असहमति
राजीव शुक्ला ने कहा कि हमारी आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी कमज़ोर नहीं है। अगर कोई यह दावा करता है कि वह हमें आर्थिक रूप से खत्म कर सकता है, तो शायद यह गलतफहमी की वजह से है। ट्रंप भ्रम में जी रहे हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की शीर्ष पाँच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है और सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इसे मृत अर्थव्यवस्था कहना केवल अहंकार या अज्ञानता का परिणाम हो सकता है। इस टैरिफ ने यह भी साबित कर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के लिए ट्रंप ने जिस ट्रेड डील की बात की थी, वह गलत थी, क्योंकि न केवल भारत पर कई पड़ोसी देशों से ज़्यादा टैरिफ लगाया जा रहा है, बल्कि पाकिस्तान प्रेम दिखाकर भारत पर दबाव बनाने की कोशिशें भी जारी हैं।हालांकि, भारत के रुख से साफ़ है कि वह किसी भी दबाव को बर्दाश्त नहीं करेगा। यह भी एक सकारात्मक संदेश है कि भारत सरकार ने ट्रेड डील में भी अमेरिकी दबाव को स्वीकार नहीं किया और अपने किसानों और उद्यमियों के हितों को प्राथमिकता दी। विपक्ष चाहे या न चाहे, उसे भारत के इस रुख का समर्थन करना ही होगा।
राहुल को रेटिंग एजेंसियों पर भी भरोसा नहीं
राहुल ने अब ट्रंप के 'मृत अर्थव्यवस्था' वाले राग को फिर छेड़ा है, जिसे ज़्यादा समर्थन मिलने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा सभी जानते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था मृत है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने देश की आर्थिक, रक्षा और विदेश नीतियों को बर्बाद कर दिया है। जबकि रेटिंग एजेंसियों ने कहा है कि भारत सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। वैसे भी, ट्रंप ने भारत के लिए जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया है, वह एक संवेदनशील मुद्दा बन सकता है और राहुल का दांव उल्टा पड़ सकता है।