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वीडियो में देखे चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने बाद कांग्रेस का पलटवार, सुप्रिया श्रीनेत बिली - 'ज्ञानेश कुमार जी! कितनी भद्द पिटवाएँगे ECI की' ?

 

लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद से ही विपक्ष लगातार चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहा है। कई दलों ने आरोप लगाया कि चुनाव में वोट चोरी और गड़बड़ी हुई है, जिससे परिणाम प्रभावित हुए हैं। इन आरोपों को लेकर मंगलवार को चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी स्थिति साफ करने की कोशिश की। लेकिन आयोग की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे विपक्ष की चिंताओं को दबाने का प्रयास बताया है।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/F4WCgO3-wDE?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/F4WCgO3-wDE/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="ज्ञानेश कुमार जी! कितनी भद्द पिटवाएँगे ECI की? | Supriya Shrinate का सीधा वार | Bihar Elections 2025" width="1250">
चुनाव आयोग का पक्ष
चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सभी चरणों में चुनाव पूरी पारदर्शिता के साथ कराए गए। आयोग ने स्पष्ट किया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वीवीपैट से जुड़े किसी भी तरह के आरोप निराधार हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि प्रत्येक बूथ पर कड़ी सुरक्षा और मॉनिटरिंग के इंतज़ाम थे, ऐसे में वोट चोरी का सवाल ही नहीं उठता। आयोग ने विपक्ष से अपील की कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने वाली अफवाहें फैलाने से बचा जाए।

कांग्रेस का पलटवार
हालांकि, चुनाव आयोग की इस सफाई से कांग्रेस संतुष्ट नहीं हुई। पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आयोग पर ही गंभीर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि जब देशभर में विपक्षी दल एक स्वर में चुनावी धांधली और वोट चोरी की शिकायत कर रहे हैं, तो चुनाव आयोग को निष्पक्षता से जवाब देना चाहिए था, न कि सरकार के पक्ष में खड़े होकर सफाई पेश करनी चाहिए।सुप्रिया श्रीनेत ने मुख्य चुनाव आयुक्त पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि आयोग की भूमिका अब संदेह के घेरे में है। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग सरकार की कठपुतली बनकर काम कर रहा है और विपक्ष की आवाज़ को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

राजनीतिक तनाव बढ़ा
इस पूरे विवाद ने राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है। विपक्ष का कहना है कि यदि चुनाव आयोग के पास छिपाने को कुछ नहीं है, तो उसे सभी EVM और वीवीपैट की जांच के लिए स्वतंत्र कमेटी बनाने से परहेज़ क्यों है। वहीं सत्तारूढ़ दल का तर्क है कि विपक्ष अपनी हार छिपाने के लिए निराधार आरोप लगा रहा है।कांग्रेस ने यह भी संकेत दिया है कि वह इस मुद्दे को संसद से लेकर सड़क तक उठाएगी। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जनता को यह जानने का हक है कि उनके वोट का क्या हुआ और क्या लोकतंत्र वाकई सुरक्षित है।