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EC के SIR में खुलासा! प्रशांत किशोर का BJP-NDA पर बड़ा आरोप, लीक्ड VIDEO में विस्तार से जानें क्या है पूरा मामला ?

 

चुनाव रणनीतिकार और जनसर्वेक्षण विशेषज्ञ प्रशांत किशोर एक बार फिर से चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने सीधे चुनाव आयोग (EC) और बीजेपी-एनडीए गठबंधन को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है। प्रशांत किशोर ने EC के Statistical Information Report (SIR) को आधार बनाकर दावा किया है कि 2024 लोकसभा चुनावों में निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं, और BJP-NDA को असल में जितनी सीटें मिलीं, वो आंकड़ों के साथ मेल नहीं खातीं।प्रशांत किशोर ने कहा कि EC की रिपोर्ट में जो मतदान प्रतिशत, सीट वाइज वोट शेयर और अन्य आंकड़े जारी किए गए हैं, उनमें कई जगह स्पष्ट विसंगतियां नजर आती हैं। उनके मुताबिक, कुछ सीटों पर मतदाताओं की कुल संख्या से ज़्यादा वोट डाले गए दिखाए गए हैं, और बूथ लेवल पर VVPAT डेटा और ईवीएम की गिनती में फर्क है।उन्होंने आगे कहा, “ये आंकड़े कोई आम बात नहीं हैं। अगर चुनाव आयोग जैसी संस्था की आधिकारिक रिपोर्ट में ऐसी गड़बड़ियां हैं, तो इसका मतलब है कि देश में लोकतंत्र की नींव हिल रही है।”

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/gkJ_8__rYzw?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/gkJ_8__rYzw/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title=""EC के SIR में खुलासा!" Prashant Kishor का BJP-NDA पर बड़ा आरोप | Bihar Elections 2025" width="1250">
BJP-NDA पर सीधा आरोप

प्रशांत किशोर ने BJP और NDA पर आरोप लगाते हुए कहा कि, “इन विसंगतियों का सीधा फायदा सत्ताधारी गठबंधन को हुआ है। EC की चुप्पी भी इस ओर इशारा करती है कि सब कुछ ठीक नहीं है।” उन्होंने दावा किया कि कम से कम 30-35 सीटों पर हेरफेर या गड़बड़ी का शक है, जो चुनाव नतीजों को प्रभावित कर सकती हैं।

क्या है SIR रिपोर्ट?
SIR यानी Statistical Information Report एक विस्तृत दस्तावेज होता है, जो चुनाव आयोग हर आम चुनाव के बाद जारी करता है। इसमें हर राज्य, हर लोकसभा सीट और हर उम्मीदवार के वोट शेयर, टर्नआउट आदि की विस्तृत जानकारी होती है। इसी रिपोर्ट का विश्लेषण करते हुए प्रशांत किशोर ने यह दावा किया है।

विपक्ष का समर्थन
इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने भी प्रशांत किशोर के आरोपों को गंभीर बताते हुए चुनाव आयोग से जवाब मांगा है। कांग्रेस, AAP और टीएमसी नेताओं ने EC से रिपोर्ट की दोबारा जांच और स्वतंत्र ऑडिट की मांग की है।फिलहाल, EC की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अगर यह मामला और तूल पकड़ता है, तो 2024 चुनाव की निष्पक्षता पर बड़ा बहस खड़ा हो सकता है।