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'राहुल गांधी दलित-पिछड़ों की सच्ची आवाज़...' वायरल फुटेज में देखे Rahul Gandhi की तारीफ़ में क्या कुछ बोले अशोक गहलोत 

 

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने एक बार फिर सामाजिक न्याय के प्रति अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी आज देश के दलित, पिछड़े और वंचित समाज की असली आवाज़ बन गए हैं। उन्होंने यह टिप्पणी हाल ही में जयपुर में आयोजित ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) सलाहकार परिषद की बैठक में की।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/DmGki35FSmk?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/DmGki35FSmk/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title=""राहुल गांधी दलित-पिछड़ों की आवाज़ हैं" | OBC सलाहकार परिषद में Ashok Gehlot का बड़ा बयान | Politics" width="1250">

अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा सामाजिक समरसता और समावेशी विकास को प्राथमिकता दी है और राहुल गांधी इस विचारधारा के सबसे सशक्त प्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी सिर्फ़ एक नेता ही नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव के प्रतीक बन गए हैं। वह संसद और सड़कों पर हर उस आवाज़ को उठाते हैं, जिसे वर्षों से दबाया गया है।"

इस बैठक में गहलोत ने जाति जनगणना की माँग भी ज़ोरदार ढंग से उठाई और कहा कि देश को सामाजिक न्याय तभी मिलेगा जब वास्तविक आँकड़ों के आधार पर योजनाएँ बनाई जाएँगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार सामाजिक आँकड़ों से डरती है क्योंकि उन्हें पता है कि इससे वंचित वर्ग की असलियत सामने आ जाएगी।

गहलोत ने कांग्रेस की "भारत जोड़ो यात्रा" और "न्याय यात्रा" का हवाला देते हुए बताया कि कैसे राहुल गांधी देश के कोने-कोने में गए और लोगों की समस्याओं को सुना और निडर होकर अपनी आवाज़ उठाई। उन्होंने कहा, "चाहे जातिगत भेदभाव हो, शैक्षिक असमानता हो या रोज़गार की चुनौतियाँ - राहुल गांधी हर मुद्दे पर स्पष्ट रुख रखते हैं।"बैठक में मौजूद अन्य कांग्रेस नेताओं और ओबीसी प्रतिनिधियों ने भी राहुल गांधी के सामाजिक न्याय के एजेंडे का समर्थन किया और आने वाले समय में जातिगत आधार पर नीतियाँ बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।

अंत में, अशोक गहलोत ने कहा, "अगर देश को सही मायनों में लोकतंत्र और समानता की ओर ले जाना है, तो राहुल गांधी जैसे नेतृत्व की ज़रूरत है, जो निडर होकर वंचितों के लिए लड़ सके।"यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश भर में ओबीसी और दलित समाज के अधिकारों पर बहस तेज़ हो रही है। कांग्रेस आगामी चुनावों में इस मुद्दे को एक प्रमुख एजेंडे के तौर पर पेश करने की तैयारी कर रही है।