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Lok Sabha में Priyanka Gandhi का PM Modi से सीधा सवाल, ‘Operation Sindoor पर आपने क्या जवाब देना है? जिम्मेदारी लेंगे क्या

 

प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के पीछे सुरक्षा चूक को उजागर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पहलगाम की ब्यासरन घाटी में सुरक्षा क्यों नहीं थी? क्या सरकार को पता नहीं था कि वहाँ हज़ारों लोग जाते हैं? लोग सरकार पर भरोसा करके गए और सरकार ने उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया। इसकी ज़िम्मेदारी किसकी थी?

सदन में माँ सोनिया का ज़िक्र कर भावुक हुईं प्रियंका

सदन में अपने भाषण के दौरान प्रियंका गांधी ने अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए अपनी माँ सोनिया गांधी का ज़िक्र किया। उन्होंने भावुक शब्दों में कहा कि गृह मंत्री ने आज मेरी माँ के आँसुओं की बात की। मैं इसका जवाब देना चाहती हूँ। मेरी माँ के आँसू उस दिन गिरे थे जब आतंकवादियों ने मेरे पिता को मार डाला था। उन्होंने आगे कहा कि आज जब मैं पहलगाम हमले के 26 पीड़ितों के बारे में बात करती हूँ, तो ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं उनका दर्द महसूस करती हूँ। मैंने भी अपने पिता को खोया है, इसलिए मुझे पता है कि दुःख क्या होता है।

'वहाँ एक भी सुरक्षाकर्मी क्यों नहीं था?'

पहलगाम हमले को लेकर प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उस जगह पर एक भी सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं था? क्या नागरिकों की सुरक्षा प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री की ज़िम्मेदारी नहीं है? प्रियंका गांधी ने कहा कि जिस जगह यह हादसा हुआ, वह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, फिर भी वहाँ सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। उन्होंने केंद्र से पूछा कि सरकार ने इस लापरवाही पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार लोगों की जान की ज़िम्मेदार है और इस मामले में कड़ी जाँच और जवाबदेही ज़रूरी है।

'सरकार को सिर्फ़ प्रचार की चिंता है, जनता की नहीं'

प्रियंका गांधी ने आगे केंद्र सरकार पर जनता की चिंता करने के बजाय सिर्फ़ प्रचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह सरकार हमेशा सवालों से बचती है। उन्हें देश के नागरिकों के प्रति कोई जवाबदेही महसूस नहीं होती। सच तो यह है कि उनके दिलों में जनता के लिए कोई जगह नहीं है। उनके लिए सब कुछ राजनीति और प्रचार है।प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ़ इवेंट और छवि निर्माण में व्यस्त है, जबकि जनसमस्याओं और सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सरकार का काम जवाब देना और ज़िम्मेदारी लेना होता है, लेकिन मौजूदा सरकार इससे भागती दिख रही है।

सुरक्षा चूक की ज़िम्मेदारी कौन लेगा - प्रियंका

पहलगाम आतंकी हमले के लिए ज़िम्मेदार टीआरएफ़ को लेकर प्रियंका गांधी ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि 'टीआरएफ़ ने कई आतंकी हमले किए, लेकिन 2023 में इसे आतंकी संगठन घोषित किया गया। एक संगठन इतना बड़ा हमला कर दे और सरकार को पता ही न चले? हमारे पास एजेंसियाँ हैं, उनकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा, क्या किसी ने इस्तीफ़ा दिया? ख़ुफ़िया विभाग गृह मंत्रालय के अधीन आता है, क्या गृह मंत्री ने इसकी ज़िम्मेदारी ली। आप इतिहास की बात करें, मैं वर्तमान की बात करूँगी। आपकी सरकार 11 साल से सत्ता में है, आपकी कोई ज़िम्मेदारी है या नहीं।

अमित शाह पर निशाना साधा, तीखे सवाल पूछे
प्रियंका गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी और मेरी मां सोनिया गांधी के आंसुओं की बात की, लेकिन यह जवाब नहीं दिया कि जम्मू-कश्मीर में सीजफायर क्यों किया गया। प्रियंका ने कहा कि आज गृह मंत्री ने भूतपूर्व नेताओं की बात की, लेकिन देश को यह नहीं बताया कि जब हमारे जवान शहीद हो रहे हैं, तब सरकार ने सीजफायर क्यों घोषित किया? इसके साथ ही उन्होंने सरकार से सीधे तौर पर पूछा कि क्या यह फैसला जनता और सेना के हित में था या कोई राजनीतिक मजबूरी थी? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि असली मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है।