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लीक्ड फुटेज में देखिये तेजस्वी पर पप्पू यादव का जोरदार हमला, बोले चुनाव आयोग जैसे संवैधानिक संस्थानों को लेकर नहीं दिखा रहे गंभीरता

 

बिहार की राजनीति में एक बार फिर सियासी घमासान तेज हो गया है। जन अधिकार पार्टी (JAP) प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने एक बार फिर राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि "तेजस्वी यादव चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं को लेकर गंभीर नहीं हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी होने के बावजूद राजद ने न तो चुनावी पारदर्शिता के मुद्दे को गंभीरता से उठाया है और न ही लोकतंत्र की रक्षा के लिए कोई ठोस पहल की है।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/iB2mN3lXebM?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/iB2mN3lXebM/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title=""तेजस्वी चुनाव आयोग को लेकर गंभीर नहीं हैं" | Pappu Yadav का बड़ा हमला | Bihar Politics" width="1250">

पप्पू यादव ने कहा कि आगामी चुनावों को लेकर जनता के मन में कई सवाल हैं। विपक्ष को एकजुट होकर चुनाव आयोग से ईवीएम पारदर्शिता, चुनावी धनबल और प्रशासनिक हस्तक्षेप जैसे मुद्दों पर जवाब मांगना चाहिए। लेकिन तेजस्वी यादव इस दिशा में बिल्कुल भी सक्रिय नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद केवल सत्ता की राजनीति में उलझी हुई है और जनहित से जुड़े मुद्दों पर पूरी तरह चुप है।

पप्पू यादव ने यह भी दावा किया कि जब वह चुनाव आयोग से मिलकर जनहित याचिका देने की बात करते हैं, तो विपक्ष के बड़े नेता इस मुहिम में शामिल नहीं होते। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष ही लोकतंत्र की रक्षा में रुचि नहीं दिखाएगा, तो आम जनता का विश्वास कैसे बना रहेगा?

पप्पू यादव के इस बयान को राजनीतिक गलियारों में आगामी विधानसभा या लोकसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। एक ओर जहाँ वे खुद को जनता के मुद्दों पर ईमानदार और मुखर नेता के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं तेजस्वी यादव को निष्क्रिय और केवल अवसरवादी राजनीति करने वाला नेता बताने की रणनीति भी इसमें साफ़ दिखाई दे रही है।हालाँकि, इस बयान पर अभी तक राजद या तेजस्वी यादव की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन इतना तय है कि पप्पू यादव के इस हमले ने एक बार फिर बिहार की सियासत को गरमा दिया है।