JDU में टूट की आहट? चुनाव के बाद नेताओं का 'जन सुराज' की ओर रुख, PK नितीश कुमार पर साधा निशाना
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को लेकर एक बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा कि आने वाले नवंबर (चुनाव के बाद) में जेडीयू के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का अंतिम रास्ता जन सुराज ही होगा। इसीलिए नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार के लिए एक पीला रथ भी बनवाया है। अब वे इसमें घूमने भी लगे हैं। लेकिन जैसे हर पीली चीज सोना नहीं होती, वैसे ही पीली टोपी या पीला गमछा पहनने वाला जन सुराज नहीं होता। जो बिहार के विकास की विचारधारा में विश्वास रखता है, वही जन सुराज है। प्रशांत किशोर ने ये बातें शुक्रवार को शेखपुरा हाउस में आयोजित मिलन समारोह के दौरान कहीं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि अब अगर नीतीश कुमार भी पीले रथ में घूमेंगे तो लोग मानेंगे कि उन्होंने भी मान लिया है कि जेडीयू का भविष्य जन सुराज में है। पीके ने कहा कि 'हम पहले से कहते आ रहे हैं कि चुनाव के बाद जेडीयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं का अंतिम रास्ता जन सुराज ही होगा। भविष्य में उन्हें यहीं व्यवस्था मिलेगी। अब गांव-गांव में यह बात मशहूर हो गई है कि पीला रंग मतलब जन सुराज।' इसी के चलते कुछ लोगों में ऐसी दुर्भावना पैदा हो गई है कि वे पीला रंग दिखाकर अपने चुनाव चिन्ह पर वोट पा लेंगे। लेकिन जनता मूर्ख नहीं है, वह जानती है कि जिस तरह जन सुराज का रंग पीला है, उसी तरह उसका चुनाव चिन्ह भी स्कूल बैग है।
उन्होंने कहा कि जन सुराज में वे लोग आ रहे हैं जो बेहतर व्यवस्था चाहते हैं। हम चाहते हैं कि बिहार में सुधार हो। हम चाहते हैं कि कर्नाटक-गुजरात की तरह बिहार में भी विकास हो। इस अवसर पर जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा कि आज पूरे बिहार के लोग यह समझ रहे हैं कि जन सुराज ही उनकी समस्याओं का समाधान कर सकता है। मिलन समारोह में भाजपा के पूर्व प्रदेश महामंत्री सुधीर शर्मा, पूर्व महिला प्रदेश उपाध्यक्ष विनीता मिश्रा और युवा उद्यमी चेतना झांब समेत कई राजनीतिक दलों के लोग जन सुराज में शामिल हुए।