वास्तुविज्ञान: दिशाओं को ध्यान में रखकर करेंगे काम तो घर आएगी सुख शांति और समृद्धि
हर किसी के जीवन में वास्तुशास्त्र विशेष महत्व रखता हैं वही घर में वास्तु का उचित होना बहुत जरूरी माना गया हैं वास्तुदोष होने पर विभिन्न तरह की समस्याएं घर परिवार में आने लगती हैं परिवार में कलह क्लेश होने की संभावना भी अधिक हो जाती हैं घर के सदस्य के बीच प्रेम भाव कम होने लगता हैं
घर में पूजा स्थान का सही दिशा में होना जरूरी हैं इससे आप अपना ध्यान पूजा पर पूरी तरह से लगा सकते हैं और पूर्ण फल भी प्राप्त कर सकते हैं पूजा का स्थान इस तरह से बनाना चाहिए कि पूजा करते वक्त आपका मुख उत्तर पूर्व या फिर उत्तर पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। घर में मंदिर उत्तर पूर्व कोने में ही बनाना उचित माना जाता हैं।
वास्तु में भोजन करने की भी सही दिशा बताई गई हैं भोजन का व्यक्ति की सेहत से सीधा संबंध होता हैं इसलिए भोजन करते वक्त भी दिशा का ध्यान रखना जरूरी हैं अगर आप गलत दिशा में बैठकर भोजन करते हैं तो उस दिशा की नकारात्मकता का बुरा प्रभाव आपके ऊपर होने लगता हैं भोजन करते वक्त भोज की थाली दक्षिण पूर्व दिशा में रखना उचित होता हैं और अपने मुख को पूर्व दिशा की ओर करके बैठना चाहिए।