Vastu Tips: वास्तु अनुसार इस कोण में ना रखें पानी, होगा भारी नुकसान
वास्तुशास्त्र हर व्यक्ति के जीवन में विशेष महत्व और स्थान रखता हैं वही वास्तु के मुताबिक आग्नेय कोण का विस्तार 112.5 अंशों से 157. 5 अंशों तक होता हैं वही आग्नेय दिशा के स्वामी अग्निदेव हैं इस दिशा का अधिपत्य शुक्र ग्रह के पास होता हैं इस दिशा में पूर्व और दक्षिण का समावेश माना गया हैं
वही शुक्र का प्रतिनिधि होने के कारण यह दिशा महिलाओं के स्वास्थ्य को भी बहुत अधिक प्रभावित करती हैं इस दिशा में ड्रेसिंग रूम और सौंदर्य प्रसाधन कक्ष बनाना भी शुभ मानाजाता हैं बार के लिए भी शुभ स्थान आग्नेय कोण होता हैं यह दिशा रसोई घर के लिए अधिक उपयुक्त हैं क्योंकि अग्नि क्षेत्र में अग्नि के पदार्थ लाभकारी होते हैं वही आग्नेय कोण में कभी भी जल नहीं रखना चाहिए।