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अगर क्रोध नहीं त्यागा तो बर्बाद हो जाएगा जीवन

 

ऐसे कई सारे लोग है जिन्हें छोटी छोटी सी बातों पर पड़ी जल्दी गुस्सा आ जाता हैं मगर क्रोध को केवल ऐसे ही नहीं बल्कि हिंदू धर्म ग्रंथ रामचरितमानस में भी क्रोध को बुरा कहा गया हैं क्रोध के दुष्प्रभाव व्यक्ति के जीवन में काफी होते हैं इसकी वजह से जीवन तक बर्बाद हो जाता हैं क्रोध सभी से दूर कर देता हैं, जिसके कारण व्यक्ति बहुत ही अकेला हो जाता हैं और जीवन निराशाओं से घिरने लगता हैं। वही सबसे बड़े ग्रंथ रामचरितमानस में भी क्रोघ को लेकर तुलसीदास जी ने लिखा हैं कि क्रुद्धः पापं न कुर्यात् कः क्रृद्धो हन्यात् गुरूनपि । क्रुद्धः परुषया वाचा नरः साधूनधिक्षिपेत् ॥ कः क्रुद्धः पापं न कुर्यात्, क्रृद्धः गुरून् अपि हन्यात्, क्रुद्धः नरः परुषया वाचा साधून् अधिक्षिपेत् । तुलसीदास जी ने कहा कि क्रोध करने वाला मनुष्य पापकर्म अधिक करता हैं पुण्य के कार्यों से वो बहुत ही दूर रहता हैं क्रोध में मनुष्य बड़े और पूज्य लोग तक को मार डालता हैं ऐसा मनुष्य अशब्दों का उपयोग अधिक करता हैं और साधुजनों पर भी निराधार आक्षेप लगाता हैं।

वही अगर आपने अपने क्रोध पर काबू नहीं पाया तो आपको पूरा जीवन बर्बाद हो सकता हैं क्रोध करने से आपके स्वास्थ्य को भी बहुत नुकसान होता हैं वही विज्ञान के मुताबिक अधिक क्रोध करने से ब्लड प्रेशर बहुत हद तक बढत्र जाता हैं क्रोध करने से आपको मानसिक परेशानियां भी हो सकती हैं। वही क्रोध व्यक्ति के जीवन को अस्त व्यस्त कर देगा। इसकी वजह से आपके रिश्तों में भी कड़वाहट आ सकती हैं।

क्रोध के दुष्प्रभाव व्यक्ति के जीवन में काफी होते हैं इसकी वजह से जीवन तक बर्बाद हो जाता हैं क्रोध सभी से दूर कर देता हैं, जिसके कारण व्यक्ति बहुत ही अकेला हो जाता हैं और जीवन निराशाओं से घिरने लगता हैं। वही सबसे बड़े ग्रंथ रामचरितमानस में भी क्रोध को लेकर तुलसीदास जी ने बहुत कुछ लिखा हैं। जिसके बारे में आज हम बताने जा रहे हैं। अगर क्रोध नहीं त्यागा तो बर्बाद हो जाएगा जीवन