×

विजय प्राप्ति के लिए नवरात्रि के दूसरे दिन करें ब्रह्मचारिणी की पूजा

 

देशभर में नवरात्रि का महापर्व आरंभ हो चुका हैं, आर नवरात्रि का दूसरा दिन हैं इस दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप यानी की ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती हैं देवी ब्रह्मचारिणी का स्वरूप ज्योर्तिमय हैं ये मां दुर्गा की नौ शक्तियों में से एक मानी जाती हैं तपश्चारिणी,अपर्णा और उमा इनके अन्य और भी नाम हें मां की पूजा करने से सभी काम पूरे होते हैं वही रुकावटें भी दूर हो जाती हैं वही विजय प्राप्ति के लिए आज के दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा हर तरह की परेशानियां भी दूर हो जाती हैं। तो आज हम आपको देवी मां ब्रह्मचारिणी से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।

आपको बता दें कि देवी मां ने शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए हजारों सालों तक बेल पत्र और फिर निर्जल और निराहार रहकर तपस्या की। जिसके कारण उन्हें ब्रह्मचारिणी कहा गया हैं इनके दाहिने हाथ में जप की माला होती हैं और बाएं हाथ में कमंडल रहता हैं देवी ब्रह्मचारिणी साक्षात ब्रह्म का वही स्वरूप हैं अर्था तपस्या का मूर्तिमान रूप हैं। ये देवी भगवती दुर्गा, शिवस्वरूपा, गणेश जननी, नारायनी, विष्णुमाया और पूर्ण ब्रह्मस्वरूपिणी के नाम से प्रसिद्ध हैं।

देवी मां की पूजा करते समय सबसे पहले हाथों में एक पुष्प लेकर उनका ध्यान करें और प्रार्थना करें। इसके बाद देवी को पंचामृत स्नान कराएं, फिर अलग अलग तरह के पुष्प, अक्षत, कुमकुम, सिंदूर अर्पित करें। देवी मां को सफेद और सुगंधित पुष्प चढ़ाएं। इसके अलावा कमल का पुष्प भी देवी मां को चढ़ाया जाता हैं। वही अपने मन की इच्छा मां को प्रकट करें।

देशभर में नवरात्रि का महापर्व आरंभ हो चुका हैं, आज नवरात्रि का दूसरा दिन हैं इस दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप यानी की ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती हैं देवी ब्रह्मचारिणी का स्वरूप ज्योर्तिमय हैं ये मां दुर्गा की नौ शक्तियों में से एक मानी जाती हैं तपश्चारिणी,अपर्णा और उमा इनके अन्य और भी नाम हैं मां की पूजा करने से सभी काम पूरे होते हैं। विजय प्राप्ति के लिए नवरात्रि के दूसरे दिन करें ब्रह्मचारिणी की पूजा