Vastu Tips: वास्तु अनुसार कैसा होना चाहिए आपका शयनकक्ष, जानिए
हर किसी के जीवन में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व होता हैं कई बार बहुत कोशिश करने के बाद भी विवाह योग्य लड़कियों के लिए उचित वर नहीं मिल पाता हैं कोई न कोई बाधा या अड़चनें आ जाती हैं वास्तु के मुताबिक घर का वास्तुदोष विवाह में देरी का कारण माना जाता हैं
वास्तु के मुताबिक विवाह योग्य कन्याओं का जब अध्ययन पूरा हो जाए और उनका विवाह करना हो तब उन्हें उत्तर पश्चिम यानी वायव्य कोण में सोना चाहिए। वास्तु के मुताबिक वायव्य कोण में वायु की प्रबलता रहती हैं इसलिए इस दिशा को चलायमान कहा गया हैं वायव्य कोण के आधिपत्य देव चन्द्रमा हैं और देवता वायु को माना गया हैं
शादी योग्य कन्याओं के कमरे का रंग हल्का गुलाबी या कोई भी आंखों को सुंदर लगने वाला होना चाहिए। कभी भी अत्यधिक गहरे, भूरे, नीले और काले रंगों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसे रंग नकारात्मक शक्ति के स्तर में वृद्धि करते हैं।