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Navratri puja mantra: नवरात्रि के दिनों में करें इन महामंत्रों का जाप, धन और शक्ति का मिलेगा आशीर्वाद

 

नवरात्रि का पर्व बहुत ही खास होता हैं वही नवरात्रि के नौ दिनों में देवी मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए विशेष माना जाता हैं। इन दिनों देवी मां की विधि विधान से पूजा करने से जातक को हर तरह के भय और बाधाओं से मुक्ति प्राप्त होती हैं नवरात्रि के दिनों में मां आदिशक्ति, स्वरुपा मां दुर्गा, महालक्ष्मी, महाकाली और ज्ञान की देवी सरस्वती की साधना व पूजा होती हैं। मां काली और दुर्गा के मंत्रों का जाप करने से भय से मुक्ति प्राप्त होती हैं तो वही माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करने से धन संबंधित परेशानियों से राहत प्राप्त होती हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं मां के चमत्कारिक मंत्र, तो आइए जानते हैं।

हिंदू धर्म में मंत्रों का विशेष महत्व होता हैं मंत्र जाप केवल आध्यात्मिक या धार्मिक नहीं बल्कि वैज्ञानिक तथ्य भी होता हैं हर व्यक्ति मंत्रों का जाप करता हैं तो लय बद्ध होकर स्वरों का उच्चारण करते हैं जिससे एक तरह का कंपन उत्पन्न होता हैं जिसके द्वारा व्यक्ति के चारों ओर एक सकारात्मक शक्ति का संचार हो जाता हैं। सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।

बीज मंत्र:- ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’।

ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।

या देवी सर्वभूतेषु तृष्णारूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।

या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।