×

इस कारण से होता हे बरसात में पाचन तंत्र खराब

 

जयपुर। मौसम में बदलाव होने वाला है। गर्मी से अब बारिश का मौसम शुरू होने वाला है। ऐसे में कई बाते ऐसी होती है जिन पर ध्यान रखना जरूरी होता है। क्योंकि बरसात के मौसम में पेट की कई समस्याओं को देखा जाता है। मौसम में बदलाव के साथ शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र (इम्यून सिस्टम) और पाचन तंत्र में बदलाव होने लगता है।

बरसात में पाचन तंत्र से संबंधित कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। इस मौसम के दौरान कई लोगों को अपच या बदहजमी से लेकर फूड प्वॉयजनिंग और डायरिया जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए विशेषज्ञ कहते है कि बरसात के मौसम में इन समस्याओं से बचने के लिए आपकों कई प्रकार की सजगता बरतनी होगी।

विशेषज्ञ बताते है कि बरसात के मौसम में हाजमा या पाचन तंत्र की सक्रियता में कमी आ जाती है। बरसात के पानी और कीचड़ से बचने के लिए लोग घरों में रहना कहीं अधिक पसंद करते हैं। इस कारण शारीरिक सक्रियता कम हो जाती है, जो पाचन तंत्र को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।

इस समस्या से बचने के लिए हल्का भोजन ग्रहण करें, ​चिकनाईयुक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करें और शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। बदहजमी— बदहजमी होने की दशा में  भारी या गरिष्ठ भोजन न करें।डायरिया — यह बीमारी दूषित खाद्य पदार्थों और प्रदूषित जल के सेवन से होता है।

वैसे तो यह समस्या किसी को कभी भी हो सकती है, लेकिन बरसात में इनके मामले काफी बढ़ जाते हैं। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए संतुलित, पोषक और सुपाच्य भोजन का सेवन करें,ऐसा खाना खाएं, जिससे एसिडिटी कम से कम हो,अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थ जैसे अचार, सॉस आदि न खाएं या कम खाएं,ठंडे और कच्चे भोजन की बजाए गर्म भोजन जैसे सूप, पका हुआ खाना खाएं।

बरसात का मौसम की दस्तक की साथ ही कई बीमारिया भी आती है। इनमें से पाचन तंत्र में खराबी भी जुड़ी हुई है। क्योंकि मौसम में बदलाव के साथ शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र (इम्यून सिस्टम) और पाचन तंत्र में बदलाव होने लगता है। इस समस्या से बचने के लिए संतुलित, पोषक और सुपाच्य भोजन का सेवन करें,ऐसा खाना खाएं, जिससे एसिडिटी कम से कम हो,अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थ जैसे अचार, सॉस आदि न खाएं या कम खाएं,ठंडे और कच्चे भोजन की बजाए गर्म भोजन जैसे सूप, पका हुआ खाना खाएं। इस कारण से होता हे बरसात में पाचन तंत्र खराब