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ट्रेन का टिकट वेटिंग रहेगा या कंफर्म? अब रेलवे ने 10 घंटे पहले ही मिलेगा अलर्ट, रेलवे ने शुरू किया नया चार्टिंग सिस्टम 

 

इंडियन रेलवे की कई ट्रेनों में कन्फर्म टिकट मिलना अब आसान नहीं रहा। लाखों यात्री हर दिन यात्रा करते हैं, और बड़ी संख्या में लोग वेटिंग लिस्ट या RAC (रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन) टिकट बुक करते हैं, इस उम्मीद में कि चार्ट बनने तक उनके टिकट कन्फर्म हो जाएंगे। हालांकि, अक्सर ऐसा नहीं होता है, और टिकट आखिरी मिनट तक वेटिंग लिस्ट में ही रहता है। इस स्थिति में, यात्रियों को अपना सामान पैक करके स्टेशन जाना पड़ता है, और अगर उनका टिकट कन्फर्म नहीं होता है तो उन्हें निराश होकर घर लौटना पड़ता है। यह समस्या पहले और भी ज़्यादा थी, क्योंकि रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन के चलने से सिर्फ चार घंटे पहले तैयार होता था। यात्रियों को होने वाली इस परेशानी को देखते हुए, रेलवे बोर्ड ने चार्ट बनाने का समय बदल दिया था। अब, रेलवे ने एक और ज़रूरी कदम उठाया है। जानिए अब आपको अपनी वेटिंग लिस्ट का स्टेटस कितने घंटे पहले पता चलेगा।

अब रिजर्वेशन चार्ट कितने घंटे पहले तैयार होगा?
रेलवे बोर्ड के नए फैसले के अनुसार, अब किसी भी ट्रेन का रिजर्वेशन चार्ट कम से कम 10 घंटे पहले फाइनल कर दिया जाएगा। चाहे ट्रेन सुबह चले या रात में, यात्रियों को अब चार्ट के लिए आखिरी मिनट तक इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। पहले, यह चार्ट ट्रेन के चलने से सिर्फ चार घंटे पहले तैयार होता था, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी होती थी। बाद में समय बढ़ाया गया, लेकिन अब इसमें और सुधार किए गए हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस बदलाव से यात्रियों को अपने कन्फर्म या वेटिंग लिस्ट टिकट का स्टेटस पहले से पता चल जाएगा। इससे वे समय पर तय कर पाएंगे कि यात्रा करनी है या नहीं।

नियम बदल दिए गए हैं
नए नियमों के अनुसार, सुबह 5 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच चलने वाली ट्रेनों के लिए, पहला रिजर्वेशन चार्ट पिछली शाम 8 बजे तक तैयार कर लिया जाएगा। पहले, यह समय रात 9 बजे था। दोपहर 2 बजे के बाद और अगली सुबह 5 बजे से पहले चलने वाली ट्रेनों के लिए, चार्ट ट्रेन के चलने से कम से कम 10 घंटे पहले तैयार किया जाएगा। पहले, यह समय 8 घंटे था।

रेलवे अधिकारियों ने बताया है कि रेलवे की IT यूनिट, CRIS को इस बदलाव की जानकारी दे दी गई है, और इसे धीरे-धीरे लागू किया जाएगा। इस फैसले से वेटिंग लिस्ट और RAC टिकट वाले यात्रियों को सबसे ज़्यादा फायदा होगा। उन्हें अब जानकारी पहले मिल जाएगी और स्टेशन जाने की बेवजह की परेशानी से बच जाएंगे।