×

बार बार छोड़कर दुसरे के साथ जाने की धमकी देती थी पत्नी, इसलिए काट दिया गला, रोते हुए पति ने पुलिस को सुनाई दर्दभरी दास्तान

 

उत्तर प्रदेश के उरई जिले के सिरसाकलार थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां एक पति ने अपनी पत्नी की कुल्हाड़ी से गर्दन पर वार कर हत्या कर दी। यह घटना मानपुर गांव में हुई, जहां महिला के चरित्र को लेकर पति के मन में शक था, जिससे परेशान होकर उसने यह खौफनाक कदम उठाया।

घटना के अनुसार, मानपुर गांव निवासी अमर सिंह यादव के 33 वर्षीय पुत्र पीतम सिंह ने अपनी 30 वर्षीय पत्नी कुशमा देवी की हत्या की। पति ने सुबह लगभग 9 बजे गुस्से में आकर कुल्हाड़ी से अपनी पत्नी की गर्दन पर वार कर उसकी जान ले ली। मृतक महिला कुशमा देवी की मां ने बताया कि उनकी बेटी के दो बच्चे हैं, जिनमें एक 7 साल का लड़का और एक 3 साल की लड़की है।

पति ने हत्या का कारण बताया पत्नी की आदतें

अमर सिंह ने पुलिस से पूछताछ के दौरान खुद ही अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसकी पत्नी अक्सर घर से भाग जाने की धमकी देती थी और उसकी चरित्र पर शक था, जिसके कारण उसने गुस्से में आकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी। अमर सिंह ने यह भी कहा कि उसकी पत्नी ने पहले दो लोगों से कोर्ट मैरिज भी की थी, जिससे वह परेशान था।

स्थानीय पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने आरोपी पति अमर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस जघन्य अपराध के मामले में अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ जालौन और थानाध्यक्ष ब्रजेश बहादुर सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी।

परिवार की स्थिति और समाज पर प्रभाव

मृतक महिला कुशमा देवी के परिवार में छह बेटियां हैं, और वह अपनी बेटी के साथ मानपुर में रहती थी। अब उसकी हत्या के बाद परिवार में शोक की लहर है, जबकि उसके छोटे बच्चे भी इस भयंकर घटना से अचंभित हैं। यह मामला उस दुखद मानसिकता को उजागर करता है, जिसमें पति-पत्नी के बीच तनाव और घरेलू हिंसा के कारण ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं।

न्याय की उम्मीद

इस मामले ने फिर से महिलाओं के प्रति हिंसा और घरेलू मामलों में बढ़ती असहमति को उजागर किया है। पुलिस ने मामले की त्वरित कार्रवाई की है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच पूरी तरह से निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और अपराधी को सख्त सजा दिलवाई जाएगी।

यह घटना समाज में महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है, और यह हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे मानसिक तनाव और घरेलू समस्याओं का समाधान बिना हिंसा के किया जा सकता है।