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टीएमसी के गुंडे एसआईआर में अवरोधक बन रहे हैं : आरपी सिंह

 

नई दिल्ली, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता आरपी सिंह ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के गुंडे एसआईआर की प्रक्रिया में जानबूझकर अवरोध पैदा कर रहे हैं।

भाजपा के वरिष्ठ नेता का यह बयान उस वक्त आया है, जब पश्चिम बंगाल में एसआईआर ऑब्जर्वर पर हमला किया गया।

भाजपा नेता ने नई दिल्ली में आईएएनएस से बातचीत में कहा कि टीएमसी के गुंडे एसआईआर की प्रक्रिया में अवरोधक बन रहे हैं। हम अपेक्षा करते हैं कि चुनाव आयोग इसकी चिंता करेगा और जहां जरूरत होगी, वहां फोर्स तैनात कराई जाएगी।

आरपी सिंह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को निशाने पर लेते हुए कहा कि वे जो मर्जी करें, लेकिन इस बात का जवाब नहीं दे रही हैं कि बाबरी मस्जिद की नींव कैसे रखी गई, इसका उत्तर देना होगा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर आरपी सिंह ने कहा कि घुसपैठियों की समस्या विकट है। केंद्रीय गृह मंत्री ने ठान लिया है कि घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे। बंगाल में सरकार बनेगी तो कार्रवाई करेंगे। राज्य में सरकार बनने पर लाभ मिलेगा।

उन्होंने नए साल के जश्न पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के बयान पर कहा कि मौलाना साहब को यह समझना चाहिए कि भारत शरिया के हिसाब से नहीं चलता। भारत डॉ. बीआर. अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान और कानून के हिसाब से चलता है।

देहरादून छात्र हत्या मामले पर उन्होंने कहा कि देखिए, पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। छठा आरोपी नेपाली था, उसे पकड़ने के लिए नेपाल पुलिस से बातचीत शुरू की गई है। पूरा सच सामने आ जाएगा।

बीएमसी चुनाव को लेकर आरपी सिंह ने कहा कि हम एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस, एनसीपी (एसपी), उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं। हमें सुनिश्चित और भरपूर आशीर्वाद मिलने वाला है। मुंबई के लोग बीएमसी चुनाव में महायुति को जीत दिलाएंगे। दूसरी ओर कांग्रेस और अन्य पार्टियां आपस में लड़ रही हैं। महायुति की एकजुटता के कारण हम चुनाव जीतेंगे।

उन्नाव रेप केस के दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने पर आरपी सिंह ने कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट के अधिकार क्षेत्र में है। सीबीआई ने पहले ही हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट न्याय करेगा और जो भी फैसला करेगा, सभी को उसे मानना चाहिए।

--आईएएनएस

डीकेएम/एबीएम