सुपौल में बाल विवाह का मामला वायरल, सास नाबालिग बहू का स्कूल में एडमिशन कराने पहुंची, टीचर ने बनाया वीडियो
बिहार के सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने समाज और प्रशासन दोनों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। यहाँ एक सास अपनी नाबालिग बहू का एडमिशन कराने स्कूल पहुंच गईं, लेकिन वहां मौजूद एक शिक्षिका ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो सामने आने के बाद इलाके में बाल विवाह को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है।
जानकारी के अनुसार, छातापुर क्षेत्र के एक गांव में हाल ही में एक कम उम्र की लड़की की शादी कर दी गई थी। शादी के बाद सास अपनी नाबालिग बहू को लेकर नजदीकी सरकारी स्कूल में दाखिला कराने पहुंचीं, ताकि वह अपनी पढ़ाई जारी रख सके। स्कूल के शिक्षकों को जब पता चला कि लड़की की हाल ही में शादी हुई है और उसकी उम्र अभी 18 वर्ष से कम है, तो उन्होंने इस पर सवाल उठाए।
इसी दौरान स्कूल की एक टीचर मैडम ने पूरा घटनाक्रम अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, जिसमें सास यह कहती नजर आ रही हैं कि “शादी तो हो गई है, पर हम चाहते हैं कि बहू पढ़े-लिखे भी।” यह वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर आया, लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया। कई लोगों ने सास की सोच की सराहना की कि उन्होंने बहू की पढ़ाई रुकने नहीं दी, जबकि कुछ ने सवाल उठाए कि बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई आज भी ग्रामीण इलाकों में जारी है।
वायरल वीडियो की सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन और बाल संरक्षण इकाई (CWC) ने मामले को संज्ञान में लिया। अधिकारियों ने कहा कि वीडियो की जांच की जा रही है, और अगर बाल विवाह की पुष्टि होती है, तो संबंधित परिवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
छातापुर प्रखंड के शिक्षा अधिकारी ने भी इस घटना को गंभीर बताया। उनका कहना है कि "बाल विवाह कानून के तहत अपराध है। अगर किसी भी नाबालिग लड़की की शादी होती है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। साथ ही हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि लड़की की शिक्षा बाधित न हो।"
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण समाज में बाल विवाह की गहरी जड़ों को उजागर कर दिया है। बावजूद इसके, सास द्वारा बहू को स्कूल ले जाने का कदम यह भी दिखाता है कि शिक्षा के महत्व को लेकर अब सोच में धीरे-धीरे बदलाव आ रहा है।