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शिक्षक बना भक्षक! युवक ने लगाए प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न के आरोप, कहा-'फेल करने की दे रहे थे धमकी'

 

ओडिशा में अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, और अब एक नया गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक छात्र ने अपने प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। यह घटना जाजपुर जिले की है, जहां छात्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और कॉलेज प्रशासन ने भी जांच शुरू कर दी है।

मामला राजनीति विज्ञान विभाग के एक तृतीय वर्ष के छात्र का है। छात्र ने आरोप लगाया है कि उसके प्रोफेसर ने उसे बार-बार अपने आवास पर बुलाया और बेहतर ग्रेड देने के नाम पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाला। जब छात्र ने इनकार किया तो प्रोफेसर ने उसे धमकी दी कि वह उसके नंबर घटा देगा और आगामी परीक्षाओं में फेल करवा देगा। छात्र के अनुसार, 16 जुलाई को विभागाध्यक्ष ने दो सहपाठियों की मौजूदगी में उसे जानबूझकर फेल करने की धमकी भी दी।

छात्र द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पांच सदस्यीय आंतरिक जांच समिति का गठन किया है। कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि समिति को सोमवार तक अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, स्थानीय पुलिस को भी इस मामले की जानकारी दे दी गई है और वे मामले की जांच में जुटी हुई हैं।

जाजपुर के उप-कलेक्टर एवं कॉलेज के शासी निकाय के अध्यक्ष तपस रंजन देहुरी ने भी कॉलेज का दौरा किया और प्राचार्य सहित अन्य शिक्षकों से अलग-अलग बातचीत की। उन्होंने इस गंभीर आरोप की जांच को प्राथमिकता देने को कहा है।

यह मामला इसलिए भी चिंता का विषय है क्योंकि आरोपित प्रोफेसर पर पहले भी इसी तरह के आरोप लगे थे। जानकारी के अनुसार, वह 2021 में भी यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार हुआ था। हालांकि, उस समय उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था और फिर उसके पद को बहाल कर दिया गया था। यह बात कॉलेज प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के लिए एक गंभीर चुनौती है कि वे इस बार उचित कार्रवाई करें ताकि छात्रों का विश्वास बना रहे।

ओडिशा में हाल ही में कई अपराधों की घटनाएं बढ़ी हैं। कुछ दिन पहले ही एक युवती ने आत्मदाह किया था, जबकि दूसरी घटना में अपराधियों ने किसी को आग लगा दी। ऐसे मामलों से प्रदेश में कानून व्यवस्था और सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। छात्रों और युवाओं की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है कि ऐसे गंभीर आरोपों की जांच निष्पक्ष और जल्द से जल्द हो, ताकि न्याय मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

इस घटना ने शैक्षिक संस्थानों में यौन उत्पीड़न और दुराचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत को फिर से रेखांकित किया है। छात्रों को उनके अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें भरोसा देना कि उनके खिलाफ होने वाले किसी भी अन्याय के खिलाफ तुरंत कदम उठाए जाएंगे, अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पुलिस की जांच जारी है और जल्द ही जांच समिति अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। उम्मीद है कि इस मामले में उचित न्याय होगा और पीड़ित छात्र को न्याय मिलेगा। साथ ही इस तरह के आरोपों से कॉलेज और प्रशासन को भी सतर्क होकर सुरक्षा के उपाय करने होंगे, ताकि शैक्षणिक माहौल सुरक्षित और सकारात्मक बना रहे।