×

तकनीकी ज्ञान को मानव कल्याण का माध्यम बनाएं युवा: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

 

जमशेदपुर, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), जमशेदपुर के 15वें दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे तकनीकी ज्ञान को मानव कल्याण और समावेशी राष्ट्र निर्माण का माध्यम बनाएं।

उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह सिर्फ उत्सव नहीं, बल्कि जीवन में नए संकल्प लेने का अवसर होता है। सफलता का मूल्यांकन बड़े पदों या उपलब्धियों से नहीं, बल्कि इस बात से होना चाहिए कि आपके कार्यों से कितने लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया।

राष्ट्रपति ने कहा कि आज देश वेस्ट मैनेजमेंट, सस्टेनेबिलिटी और पर्यावरण संरक्षण जैसी जटिल चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिनके समाधान के लिए तकनीकी विशेषज्ञता के साथ सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण भी जरूरी है। उन्होंने एनआईटी जमशेदपुर में सेंटर फॉर इनोवेशन एवं इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास स्टार्टअप संस्कृति को मजबूत करते हैं और युवाओं को नवाचार की दिशा में प्रेरित करते हैं।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शैक्षणिक संस्थानों का मूल्यांकन केवल रैंकिंग और प्लेसमेंट के आधार पर नहीं, बल्कि समाज में उनके योगदान से होना चाहिए। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसमें राष्ट्रपति के साथ झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, संस्थान के निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधार, बीओजी के चेयरपर्सन सुनील अलघ सहित कई गणमान्य अतिथि मंचासीन रहे। ओथ सेरेमनी के दौरान निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधार ने विद्यार्थियों को शपथ दिलाई।

समारोह में बीटेक इलेक्ट्रिकल के प्रियांशु राज और एमएससी फिजिक्स की कृष्णाष्टमी मंडल को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। राज्यपाल संतोष गंगवार ने राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि जमशेद जी टाटा ने औद्योगिक विकास के साथ शिक्षा को भी सशक्त किया और एनआईटी जमशेदपुर उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों से राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। मंत्री दीपक बिरुआ ने सभी उपाधिधारकों को शुभकामनाएं दीं।

--आईएएनएस

एसएनसी/डीकेपी