चिल्लई कलां के बीच जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अभियान तेज, भीषण ठंड में बॉर्डर पर डटे जवान, Video
जम्मू-कश्मीर में 40 दिनों की चिल्लई कलां की कड़ाके की ठंड के बीच भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ अपने अभियानों को और तेज कर दिया है। खासतौर पर किश्तवाड़ और डोडा जिलों में सुरक्षा बलों की सक्रियता बढ़ा दी गई है। बर्फबारी और शून्य से नीचे तापमान के बावजूद सेना के जवान लगातार सर्च ऑपरेशन और पेट्रोलिंग कर देश की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।
सेना से जुड़े सूत्रों के अनुसार, हाल के दिनों में किश्तवाड़ और डोडा के पहाड़ी और जंगली इलाकों में आतंकियों की गतिविधियों की आशंका को देखते हुए ऑपरेशन तेज किए गए हैं। इन इलाकों की भौगोलिक स्थिति बेहद कठिन है, जहां सर्दियों में पहुंचना भी एक बड़ी चुनौती होती है। इसके बावजूद भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिलकर समन्वित अभियान चला रही हैं।
चिल्लई कलां की अवधि को घाटी में सबसे कठोर सर्दी का समय माना जाता है। इस दौरान कई इलाकों में भारी बर्फबारी होती है और तापमान कई बार माइनस में चला जाता है। ऐसे हालात में भी बॉर्डर और अंदरूनी क्षेत्रों में तैनात जवान चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं। एलओसी और अन्य संवेदनशील इलाकों में नियमित पेट्रोलिंग की जा रही है, ताकि घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम किया जा सके।
सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि सर्दियों के मौसम का फायदा उठाकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए सेना ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और तकनीकी संसाधनों के साथ-साथ ग्राउंड लेवल पर मौजूदगी बढ़ाई गई है। ड्रोन, थर्मल इमेजिंग डिवाइस और आधुनिक हथियारों की मदद से इलाके पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
स्थानीय प्रशासन भी सेना के साथ मिलकर हालात पर नजर बनाए हुए है। आम लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत सुरक्षा बलों को दें। वहीं, सेना का कहना है कि नागरिकों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है और ऑपरेशन के दौरान इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।