×

ऑनलाइन गेमिंग की लत ने बना दिया चोर: अहमदाबाद में महिला वाइस प्रिंसिपल ने कॉलेज की तिजोरी से उड़ाए 8 लाख रुपये

 

गुजरात के अहमदाबाद से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने सभी को हैरत में डाल दिया है। शहर के मेघानी नगर स्थित एक नर्सिंग कॉलेज की 42 वर्षीय वाइस प्रिंसिपल को कॉलेज की तिजोरी से 8 लाख रुपये चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी महिला शाहिबाग क्षेत्र की रहने वाली है और पिछले कुछ वर्षों से कॉलेज में कार्यरत थी।

पुलिस के मुताबिक, महिला की सैलरी काफी अच्छी थी, लेकिन इसके बावजूद उसने चोरी जैसा अपराध क्यों किया, इसका खुलासा पूछताछ में हुआ। वाइस प्रिंसिपल ने पुलिस को बताया कि वह बीते 5-6 महीनों से ऑनलाइन रमी गेम की लत का शिकार हो गई थी। शुरुआत में शौक के तौर पर खेलना शुरू किया, लेकिन धीरे-धीरे वह इसके जाल में फंसती चली गई और उस पर कर्ज बढ़ता गया। गेमिंग की लत और कर्ज से निकलने के लिए उसने एक खतरनाक रास्ता चुना – चोरी का।

कैसे अंजाम दी चोरी?

22 जुलाई की सुबह करीब 6 बजे, आरोपी वाइस प्रिंसिपल कॉलेज की तिजोरी से 8 लाख रुपये चोरी कर ले गई। ये सारी रकम 500-500 रुपये की गड्डियों में रखी गई थी। दिन में जब कॉलेज के प्रिंसिपल ने तिजोरी खोली, तो रकम गायब मिली। कॉलेज प्रशासन ने तुरंत सभी स्टाफ को बुलाकर पूछताछ की, लेकिन किसी ने कुछ स्पष्ट नहीं बताया। हैरानी की बात यह थी कि चोरी की आरोपी महिला उस समय भी वहीं मौजूद थी और उसने ऐसा दिखाया जैसे उसे कुछ भी पता न हो।

ऐसे हुई गिरफ्तारी

कॉलेज प्रशासन ने मामले की जानकारी मेघानी नगर पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की। फुटेज में एक महिला बुर्का पहने नजर आई, जिसकी दाहिनी आंख के पास तिल दिखाई दे रहा था। इसी सुराग के आधार पर पुलिस ने कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल से पूछताछ की और जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाई गई, तो वह टूट गई और अपना जुर्म कबूल कर लिया।

क्या मिला पुलिस को?

पुलिस ने आरोपी के घर छापा मारकर करीब 2.36 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। बाकी के 5.64 लाख रुपये नहीं मिल पाए, क्योंकि महिला ने वह राशि ऑनलाइन गेमिंग वॉलेट में ट्रांसफर कर दी थी। पुलिस अब उस ट्रांजैक्शन का भी ब्यौरा खंगाल रही है।

अब क्या आगे?

फिलहाल आरोपी महिला पुलिस की हिरासत में है और उस पर चोरी का केस दर्ज किया गया है। उससे सख्ती से पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं इस घटना में कोई और भी शामिल तो नहीं है। यह घटना एक बार फिर यह सोचने को मजबूर करती है कि डिजिटल गेमिंग की लत किस हद तक इंसान को अपराध की दुनिया में धकेल सकती है। एक पढ़ी-लिखी, सम्मानित पद पर कार्यरत महिला ने केवल अपनी लत के कारण अपना भविष्य दांव पर लगा दिया।