मस्जिद में नवाज पढ़ने गई थी बेटी मगर अभी तक लौटी ही नहीं, रोते हुए एक मजबूर पिता ने पुलिस को सुनाई आपबीती
एएसपी ने बताया कि शव बरामद होने के बाद जांच कर रही पुलिस ने मृतक के बड़े भाई से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली. उसकी उम्र करीब 15 साल है. पूछताछ में आरोपी भाई ने बताया कि 4 जून को उसके पिता अख्तर अली ड्यूटी के लिए मतदान केंद्र पर गए थे और उसकी मां अपनी मौसी के घर बरनावा गई थी. जैसे ही उसकी मां वापस आई तो सिदरा ने गला घोंटने और पीटने की शिकायत की, जिस पर मां ने उसे डांटा और पीटा भी, तभी उसने अपनी बहन सिदरा को मारने का फैसला कर लिया.
बताया गया कि वह अपनी बहन को उस वक्त दूसरे रास्ते से ले गया जब वह मस्जिद में पढ़ने जा रही थी और खाली जगह पर हिजाब से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद वह मस्जिद में पढ़ने चला गया और घर लौटने के बाद उसने परिवार को झूठ बोलकर गुमराह किया कि सिदरा मस्जिद से यह कहकर लौटी थी कि उसकी तबीयत खराब है.
सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से हत्याकांड की गुत्थी सुलझी
एएसपी एनपी सिंह ने बताया कि हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं। जिन्होंने मृतक के घर से लेकर घटनास्थल तक रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की। आरोपी को उसकी बहन को सुनसान रास्ते से ले जाते देखा गया।
हत्या के बाद आरोपी बाहर गली में घूम रहे थे
एएसपी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपी भाई को घटना वाली गली के बाहर टहलते हुए देखा गया है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बहन की हत्या करने के बाद वह घर लौटने लगा, जिसके बाद उसे शक हुआ कि अगर उसकी बहन उठकर वापस आएगी तो उसे दोबारा पीटा जाएगा. वह यह पुष्टि करने के लिए सड़क पर घूमता रहा कि उसने अपनी बहन की हत्या कर दी है। अगर उसकी बहन जाग कर वापस आ जाती तो वह उसे दोबारा मार देता.
दोस्त ने उसकी पहचान की तो पुलिस आरोपी तक पहुंच गई।
एएसपी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपी की पहचान नहीं हो सकी, जिसके बाद एक किशोर को आरोपी के साथ मजाक करते देखा गया. पुलिस टीम ने किशोर से पूछताछ की तो उसने आरोपी की पहचान कर ली. इसके बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई.