मुनक्का सेवन के कई फायदे, खून की कमी दूर करने में भी महत्वपूर्ण
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। शरीर स्वस्थ रहे तो आसपास कोई भी बीमारी नहीं फटक सकती। आयुर्वेद के पास औषधियों का खजाना है, जिनके सेवन से चुस्त-दुरुस्त रहा जा सकता है। कई फायदों से भरपूर मुनक्का भी ऐसी ही औषधि है, जिसे शक्तिशाली टॉनिक माना जाता है। यह शरीर को ताकत देता है और कई स्वास्थ्य समस्याओं से राहत प्रदान करता है।
मुनक्का का रोजाना थोड़ी मात्रा में सेवन बेहद लाभदायी है। मुनक्का खाने से थकान, कमजोरी और एनीमिया जैसी समस्याएं दूर हो सकती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह फेफड़ों को मजबूत बनाने और खून बढ़ाने में विशेष रूप से लाभकारी है।
आयुर्वेद में मुनक्का को बेहद लाभदायी माना जाता है। द्राक्षा या मुनक्का को शीतल, मधुर और रसायन गुणों वाला बताया गया है। यह वात-पित्त दोष को शांत करता है, शरीर के सूखेपन को कम करता है। आचार्य चरक ने इसे बलवर्धक और रक्तवर्धक द्रव्य कहा है, जो शरीर के सभी ऊतकों को पोषण देता है।
सूखी खांसी, मुंह सूखना, थकान और गर्मी से जुड़ी समस्याओं में यह उपयोगी सिद्ध होता है। खून की कमी दूर करने में मुनक्का की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसमें आयरन, कॉपर और प्राकृतिक शुगर का संतुलन होता है, जो हीमोग्लोबिन बनाने की प्रक्रिया को तेज करता है।
एक्सपर्ट बताते हैं कि प्रतिदिन 4 से 5 मुनक्का गुनगुने दूध या पानी में भिगोकर खाने से एनीमिया में फायदा मिलता है। यह ब्लड प्यूरीफिकेशन भी करता है, जिससे थकान और चक्कर आने की समस्या धीरे-धीरे कम होती है। मुनक्का प्राकृतिक एनर्जी बूस्टर है। यह तुरंत ग्लूकोज प्रदान करता है और ताकत बढ़ाता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। पढ़ाई, दिमागी काम या शारीरिक मेहनत करने वालों के लिए यह और भी लाभदायी है। खेलकूद में भाग लेने वालों को भी वर्कआउट से पहले एनर्जी के लिए फायदा पहुंचाता है।
फेफड़ों और श्वसन तंत्र की सेहत के लिए भी मुनक्का विशेष लाभकारी है। यह फेफड़ों के सूखेपन को कम करता है और शुष्क खांसी में राहत देता है। बलगम को मुलायम कर बाहर निकालने में मदद करता है, खासकर गर्मियों में होने वाली ड्राई कफ में। नींद और मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मुनक्का सात्विक और मन को शांत करने वाला होता है। यह तनाव, चिड़चिड़ापन या ओवरथिंकिंग में राहत देता है।
अनिद्रा की समस्या झेल रहे लोगों के लिए भी यह कारगर है। रात को मुनक्का पानी में उबालकर पीने से नींद अच्छी आती है और तनाव नहीं होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स याददाश्त और एकाग्रता सुधारते हैं, जो छात्रों के लिए उपयोगी है। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। यह बैड कोलेस्ट्रॉल कम करता है और ब्लड फ्लो बेहतर बनाता है। यह पाचन तंत्र पर भी प्रभावी है। यह कब्ज और एसिडिटी में राहत देता है।
एक्सपर्ट बताते हैं कि 4 या 8 मुनक्का रात भर भिगोकर सुबह खाएं। गर्मियों में पानी और सर्दियों में दूध के साथ लें। चाय या गर्म चीजों के साथ न खाएं।
मुनक्का को आयुर्वेद में उसके गुणों की वजह से महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। हालांकि, आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि कुछ सावधानी रखनी भी जरूरी है। डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। अधिक सेवन से दस्त हो सकते हैं। ठंडी प्रकृति वालों को संयम से खाना चाहिए। किसी भी उपयोग से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लें।
--आईएएनएस
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