मां नहीं ये तो दलाल है! फ्लैट में चला रही थी देह व्यापार का गौरख धंधा, बेटी को भी झोका नरक की आग में और फिर...
हावड़ा के बांकरा इलाके में रहने वाली श्वेता खान उर्फ फुलटूसी और उसका 26 वर्षीय बेटा आर्यन इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की आड़ में कुछ ऐसा कर रहे थे, जिसे सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. दरअसल, मां-बेटे दोनों ही एडल्ट फिल्मों और सेक्स ट्रैफिकिंग का नेटवर्क चला रहे थे. इतना ही नहीं, फुलटूसी ने अपनी बेटी को भी नहीं बख्शा. जी हां, फुलटूसी ने अपनी नाबालिग बेटी इशिका को भी इस रैकेट में धकेलने की कोशिश की, लेकिन जब इशिका ने विरोध किया तो उसे भी मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया.
इन सबके बाद फुलटूसी की बेटी ने 2021 में 18 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली. तब भी इशिका की मौत को लेकर कई सवाल उठे थे, लेकिन परिवार के राजनीतिक संबंधों और धमकियों के चलते मामला दबा रहा. एक लड़की ने खोला राज हाल ही में तीन महीने तक इस रैकेट के चंगुल में रही 22 वर्षीय लड़की किसी तरह भाग निकली और पुलिस को सूचना दी. फिलहाल लड़की गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। इसके बाद पुलिस ने मामले की तह तक जाने का फैसला किया। हावड़ा के डीसीपी सुरिंदर सिंह ने बताया, 'फुलटूसी और आर्यन का फ्लैट बंद है, उनके मोबाइल भी बंद हैं। यह भी संभावना है कि दोनों विदेश बैंकॉक भाग गए हों।'
पड़ोसी ने बताई चौंकाने वाली सच्चाई
पूछताछ करने पर बांकरा 1 पंचायत के मुखिया अख्तर हुसैन मोल्लाह ने बताया, 'हम सभी जानते थे कि घर में इशिका को काफी प्रताड़ित किया जा रहा था। फुलटूसी और आर्यन ने कोई सबूत नहीं छोड़ा, लेकिन उनकी सच्चाई सभी जानते थे।' स्थानीय व्यवसायी मसूद आलम खान ने भी चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा और इशिका 12वीं तक सहपाठी थे। एक बार इशिका ने मेरे बेटे से कहा कि वह इस नर्क से बाहर निकलना चाहती है। उसने सरकारी नौकरी की परीक्षा के लिए उससे ₹1500 भी उधार लिए थे। अपनी मौत के बाद फुलटूसी ने मुझसे 2 करोड़ रुपए मांगे और कहा कि अगर नहीं दिए तो झूठा केस कर देगी, लेकिन मैंने पुलिस में शिकायत की और जांच के बाद मेरी बेगुनाही साबित हुई।'
राजनीतिक नाम का फायदा उठाती थी
फुलटूसी की मां शहनाज बेगम ने भी कहा कि उनकी पोती को काफी तकलीफें झेलनी पड़ीं। वहीं, फुलटूसी के पूर्व पति मोहम्मद सैयद मुरसलीम ने आरोप लगाया कि फुलटूसी ने सिर्फ पैसों के लिए उससे शादी की थी और बाद में उसके परिवार को भी मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। फुलटूसी के सोशल मीडिया अकाउंट पर कई राजनीतिक नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें हैं। उसने कई बार लोगों को डराने के लिए अपने राजनीतिक संबंधों का इस्तेमाल किया। बताया जा रहा है कि वह तृणमूल कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की स्थानीय इकाई से जुड़ी थी और उसने 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रचार भी किया था। राज्य के मंत्री अरूप राय ने जवाब दिया, 'मैं इस महिला को नहीं जानता। अगर किसी ने व्यक्तिगत रूप से पार्टी के नाम का दुरुपयोग किया है तो इसकी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पार्टी ऐसे किसी भी कृत्य का समर्थन नहीं करती है।