एयर होस्टेस से गंदी हरकत करने वाले ने शख्स ने मांगी माफी, बोला ‘नीयत बिगड़ गई थी…’, पिता बोले- फांसी दो उसे..
हरियाणा में गुरुग्राम के एक नामी निजी अस्पताल में एयर होस्टेस के साथ डिजिटल दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इस मामले में आरोपी टेक्नीशियन दीपक को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में आरोपी के पिता गुरुग्राम पहुंचे। उनका कहना है कि उनके बेटे ने गलती की है, जिसके लिए उसे सजा मिलनी चाहिए।
इस मामले में पुलिस को सीसीटीवी की जांच और पूछताछ के बाद कई बातें पता चली हैं। पुलिस ने सीसीटीवी की जांच की तो पता चला कि घटना के समय आरोपी 16 मिनट तक आईसीयू में था। पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि आईसीयू में टेक्नीशियनों का काम ज्यादा दिन तक नहीं चलता। आईसीयू में एक तकनीशियन का काम केवल दो मिनट तक चलता है।
डिजिटल रेप से पहले आरोपी ने देखे थे अश्लील वीडियो
इतना ही नहीं पुलिस को यह भी पता चला है कि दीपक ने एयरहोस्टेस के साथ डिजिटल रेप से पहले और बाद में अश्लील वीडियो भी देखे थे। पुलिस ने जब आरोपी की मोबाइल हिस्ट्री खंगाली तो उन्हें इस बात का पता चला। पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपी ने एयरहोस्टेस के निजी अंगों में उंगली डालने से पहले एक अश्लील वीडियो देखा था। इतना ही नहीं जब वह यह जघन्य कृत्य करके वापस आया। फिर भी उसने अश्लील वीडियो देखे।
आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया
वहीं, आरोपी ने पुलिस पूछताछ में अपना गुनाह स्वीकार कर लिया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि आईसीयू में उपचार मशीन का एक तकनीशियन मौजूद है। इस वजह से उन्हें आईसीयू में एयर होस्टेस के इलाज के बारे में पता था। उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि एयरहोस्टेस आधी बेहोश होगी। इस कारण उसकी नीयत खराब हो गई। फिर अश्लील वीडियो देखने के बाद उसने एयर होस्टेस के प्राइवेट पार्ट से छेड़छाड़ की।
हालांकि इस पूरे मामले में एयरहोस्टेस ने आईसीयू में दो नर्सों के मौजूद होने की बात भी कही है, लेकिन नर्सों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को लेकर कोई बात सामने नहीं आई है। फिलहाल पुलिस का मानना है कि आरोपी को आईसीयू में यह घिनौना कृत्य करते किसी ने नहीं देखा, इसलिए उसने सभी को इसमें शामिल रखा। पुलिस का मानना है कि ऐसी संभावना है कि नर्सों को उसके व्यवहार के बारे में पता नहीं चला।
एसआईटी ने ऐसे पकड़ा आरोपी को
गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय एसआईटी का गठन किया। एसआईटी 800 फुटेज की छानबीन के बाद आरोपियों को पकड़ने में सफल रही। आरोपी को जेल भेजने से पहले पुलिस उसे अस्पताल ले गई, जहां उसने अस्पताल स्टाफ से माफी मांगी।