कर्नाटक के गृहलक्ष्मी योजना पर सवाल: भाजपा विधायक महेश तेंगिनकाई बोले- लाभार्थियों तक नहीं पहुंचा पैसा
बेलगावी, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक सरकार की महत्वाकांक्षी 'गृहलक्ष्मी' योजना को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। इस योजना को लेकर भाजपा विधायक महेश तेंगिनकाई ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत लगभग 5 हजार करोड़ रुपए महिलाओं के बीच बांटे जाने थे, लेकिन यह पैसा कहां गया यह सबसे बड़ा सवाल है।
भाजपा विधायक तेंगिनकाई ने गुरुवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में कहा कि लगभग 5 हजार करोड़ रुपए बांटे जाने थे, लेकिन सवाल यह है कि पैसा कहां गया और उसे कैसे मैनेज किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार पारदर्शिता दिखाने को तैयार नहीं है और योजना के वास्तविक लाभार्थी के बीच यह पैसा नहीं पहुंचा।
कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि अगर किसी को भ्रष्टाचार का नाम अच्छा लगता है तो वह कांग्रेस पार्टी है। कर्नाटक में कांग्रेस को छोड़कर भ्रष्टाचार किसी को अच्छा नहीं लगता। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के हर स्तर पर भ्रष्टाचार फैला हुआ है और जहां-जहां कांग्रेस सत्ता में है, वहां भ्रष्टाचार देखा जा सकता है। कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान ने कर्नाटक सरकार को एक एटीएम बना दिया है।
तेंगिनकाई ने दावा किया कि गृहलक्ष्मी योजना के तहत 1.24 करोड़ पात्र महिलाओं के खाते में राशि पहुंचाई जानी थी, लेकिन अधिकांश लाभार्थियों को इसका लाभ मिला ही नहीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सोचना चाहिए कांग्रेस क्या कर रही है। वह कहती कुछ और है और करती कुछ और है।
उन्होंने आगे कहा कि योजना के तहत हर योग्य महिला को 2 हजार रुपए मिलने थे। हालांकि, बाद में हमें इसके बारे में बाद में पता चला जब 9 तारीख को एक सवाल उठा। कई बार पूछने के बाद भी फरवरी और मार्च का पेमेंट अभी तक नहीं किया गया है।
बीजेपी विधायक सीटी रवि ने 'गृहलक्ष्मी' योजना को लेकर कहा कि 5 हजार करोड़ रुपए अलॉट किए गए थे, लेकिन मार्च और फरवरी का पैसा अभी तक लाभार्थियों तक नहीं पहुंचा है। यह उनके घरों तक नहीं पहुंचा है और गरीबों को यह नहीं मिला है। उन्होंने सवाल किया कि पैसा कहां है? 5 हजार करोड़ रुपए अलॉट किए गए थे। इससे किसे फायदा हुआ? इसकी जांच होनी चाहिए। अगर पैसा अलॉट किया गया था, तो इसे किसने लिया और किसके अकाउंट में गया? इसकी जांच होनी चाहिए।
--आईएएनएस
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