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कानपुर पुलिस में भारी विवाद: निलंबित सिपाही गजेंद्र सिंह पर पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप, महिला कांस्टेबल सहित अन्य भी फंसे

 

उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में पुलिस विभाग में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। निलंबित सिपाही गजेंद्र सिंह के खिलाफ उनकी पत्नी प्रियांशी चौधरी ने यूपी टॉक को एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रियांशी का दावा है कि गजेंद्र सिंह का चरित्र ठीक नहीं है और उन्होंने कई महिलाओं के साथ, जिनमें एक महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है, अवैध संबंध बनाए हैं।

पत्नी ने लगाए मारपीट और धमकी के आरोप

प्रियांशी ने बताया कि शादी के कुछ महीनों बाद ही उनके पति का असली रूप सामने आने लगा। उन्होंने बताया, "गजेंद्र मुझे अक्सर पीटते थे, धमकाते थे और डराते थे। कई बार वह मुझ पर चाकू और पिस्तौल लेकर भी आए। वह खुद चरित्रहीन था लेकिन मुझ पर झूठे आरोप लगाता था।" उन्होंने कहा कि गजेंद्र का एक महिला पुलिस अधिकारी के साथ भी रिश्ता था, जिसने खुद उन्हें यह सलाह दी थी कि वे गजेंद्र से तलाक ले लें।

फोन नंबर फैलाकर प्रताड़ना, पुलिस भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप

प्रियांशी ने यह भी आरोप लगाया कि गजेंद्र और उनका जीजा मिलकर उसका फोन नंबर कानपुर के कई इलाकों में फैला दिया। इससे उसे आपत्तिजनक मैसेज आने लगे। साथ ही प्रियांशी ने कहा कि गजेंद्र पुलिस भर्ती परीक्षा देने वाली लड़कियों से भी गुपचुप बातचीत करता था, जिससे विभाग में कथित गड़बड़ी की आशंका उठ रही है।

गायब हुई महिला और पुलिसकर्मियों की भूमिका पर सवाल

यह मामला उस वक्त और अधिक गंभीर हो गया जब कानपुर के रेलबाजार इलाके की एक महिला कुछ दिन पहले अपने घर से गायब हो गई। बाद में वह मुंबई से बरामद हुई। इस महिला को वापस लाने के लिए पुलिस ने निलंबित सिपाही गजेंद्र सिंह और एक महिला कांस्टेबल को मुंबई भेजा था। लेकिन महिला की वापसी के दौरान गंभीर आरोप सामने आए। बताया गया कि गजेंद्र सिंह ने महिला के भाई को ट्रेन से आने को कहा और महिला को कार में अकेले लेकर कानपुर के लिए निकला। इस दौरान महिला के साथ कई बार अश्लील हरकतें की गईं, जिसका महिला ने अपने परिवार को बताया। इसके बाद महिला के परिजन अधिकारियों को सूचित करने लगे। महिला कांस्टेबल ने भी गजेंद्र सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

पुलिस विभाग में उठे सवाल, दोनों निलंबित

इस पूरे विवाद के बाद महिला कांस्टेबल को भी निलंबित कर दिया गया है, जबकि गजेंद्र सिंह पहले ही निलंबित हैं। पुलिस विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।

विभाग में व्याप्त अनियमितताओं का नया मामला

यह मामला कानपुर पुलिस में व्याप्त अनियमितताओं, अशिष्ट व्यवहार और महिला सुरक्षा के मुद्दे को लेकर नए सवाल खड़े करता है। विभाग में सुधार की सख्त जरूरत पर चर्चा तेज हो गई है। पुलिस विभाग में कार्यशैली और नैतिक मूल्यों को लेकर भी चिंता बढ़ी है।

प्रियांशी की मांग – न्याय और कार्रवाई

प्रियांशी ने कानपुर के संयुक्त पुलिस आयुक्त से मिलकर अपने पति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने साफ कहा है कि वह इस मामले को न्याय के लिए लेकर लड़ेंगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

आगे की कार्रवाई पर नजर

पुलिस विभाग की जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा कि आरोप कितने सच्चे हैं और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल कानपुर पुलिस में इस मामले ने एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक बवाल खड़ा कर दिया है।