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'जी राम जी' योजना मजदूरों की भलाई के लिए, इससे बढ़ेगा 25 फीसदी रोजगार: तरुण चुघ

 

नई दिल्ली, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने 'विकसित भारत-जी राम जी' योजना को लेकर विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों का जवाब दिया।

उन्होंने शुक्रवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि पहले मनरेगा के तहत श्रमिकों को सिर्फ 100 दिन का रोजगार दिया जाता था, लेकिन विकसित भारत-जी राम जी योजना में 125 दिन का रोजगार देने का प्रावधान है। इस तरह से देखें तो केंद्र सरकार ने श्रमिकों को रोजगार देने के मामले में 25 फीसदी का इजाफा दर्ज किया है, जिसे एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जाना चाहिए।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि पहली बार इस रोजगार योजना को मौसम के साथ जोड़ा गया है, जिसमें यह प्रावधान किया गया है कि रोजगार और बुवाई के बीच में 60 दिनों का अंतराल निर्धारित किया गया है, जिसका मकसद यह है कि इससे किसी भी किसान या मजदूर को नुकसान न पहुंचे। इस योजना में बॉयोमेट्रिक हाजिरी का भी प्रावधान किया गया है। साथ ही, इस योजना में यह प्रावधान किया गया है कि श्रमिकों के हितों पर किसी भी प्रकार का कुठाराघात न हो। हमने इस योजना में प्रावधान किया है कि श्रमिकों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता मिले।

उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष के नेता 'जी राम जी' योजना का विरोध कर रहे हैं, जबकि इस योजना में हमने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी श्रमिक के हित पर कुठाराघात न हो।

वहीं, भाजपा नेता ने कहा कि एक बार फिर से इंडिया गठबंधन का हिंदू विरोधी चेहरा सामने आ चुका है, जिसे बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। हम सभी को पता है कि किस तरह से इंडिया गठबंधन के नेताओं ने अदालत में राम मंदिर को काल्पनिक बताया था। इतना ही नहीं, राम मंदिर निर्माण में रोड़े अटकाने का काम किया था। इसके बाद राम मंदिर के संबंध में किए गए भूमि पूजन का भी विरोध किया था। इन कृत्यों की वजह से हमेशा से ही इंडिया गठबंधन का हिंदू विरोधी चेहरा उजागर होता हुआ सामने आया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छठ पूजा का अपमान किया था, तो स्टालिन ने हिंदू धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। देश सनातन धर्म का अपमान करने वाले नेताओं को हमेशा से ही सबक सिखाता हुआ आया है और आगे भी देता रहेगा।

--आईएएनएस

एसएचके/वीसी