×

नए साल से पहले देशभर के धार्मिक स्थलों पर भक्तों का भारी जमावड़ा, वीडियो में देखें वृंदावन में 5 लाख श्रद्धालु, अयोध्या में 2 किलोमीटर लंबी लाइन

 

नए साल से पहले देशभर के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। लोग नए साल की शुरूआत पवित्र स्थलों पर जाकर पूजा-अर्चना और दर्शन करने के लिए कर रहे हैं। सोमवार को ही कई प्रमुख तीर्थ स्थलों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/XPRcp4Fuo4k?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/XPRcp4Fuo4k/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden;" width="640">

वृंदावन में सोमवार को बांके बिहारी मंदिर और अन्य प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर लगभग 2 लाख हो गई। मंदिर प्रबंधन ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने 5 जनवरी तक वृंदावन आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने आगमन को स्थगित करें, ताकि सुरक्षित दर्शन सुनिश्चित किए जा सकें।

काशी विश्वनाथ मंदिर में भी भारी भीड़ देखने को मिली। यहां सोमवार को लगभग 3 लाख श्रद्धालु पहुंचे। भक्तों की कतारें लंबी-लंबी लग गईं और मंदिर परिसर में प्रशासनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और सुरक्षा कर्मचारियों को तैनात किया गया।

अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों ने 2-2 किलोमीटर लंबी कतारें बनाई। मंदिर प्रबंधन ने भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए विशेष लेन और प्रवेश-निकास व्यवस्था बनाई है। प्रशासन ने आसपास के इलाकों में यातायात और सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी है।

राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटूश्यामजी जी मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए डेढ़ घंटे का समय लग रहा है। मंदिर प्रशासन ने दर्शन व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की है और सुरक्षा इंतजाम सख्त कर दिए हैं।

मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में नए साल पर भारी भीड़ की संभावना है। प्रशासन का अनुमान है कि 1 जनवरी को करीब 12 लाख श्रद्धालु महाकालेश्वर के दरबार में दर्शन करने पहुंचेगे। भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है।

नए साल के अवसर पर धार्मिक स्थलों पर इतनी भारी भीड़ का प्रबंधन चुनौतीपूर्ण होता है। सुरक्षा और प्रशासनिक इंतजामों के बावजूद भीड़ के बीच दुर्घटना या अव्यवस्था की आशंका रहती है। इसलिए मंदिरों और प्रशासन द्वारा समय-समय पर श्रद्धालुओं को आगमन स्थगित करने या व्यवस्थित दर्शन की अपील की जाती है।

धार्मिक स्थलों पर बढ़ी भीड़ न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि नए साल की शुरुआत में श्रद्धालुओं की उत्सुकता और भक्ति को भी दर्शाती है। भक्तगण नए साल की शुरुआत भगवान के आशीर्वाद से करने के लिए पवित्र स्थलों की ओर अग्रसर हैं।

इस दौरान मंदिरों में सुरक्षा, साफ-सफाई और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे व्यक्तिगत सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखें और भीड़ में धैर्य के साथ दर्शन करें।