चांदी ने 2025 में 158 प्रतिशत का रिटर्न दिया, अगले साल 100 डॉलर तक पहुंच सकता है दाम : एनालिस्ट
नई दिल्ली, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। चांदी ने 2025 की शुरुआत से अब तक निवेशकों को 158 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है। वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपए की वैल्यू में गिरावट को मिला दिया जाए तो घरेलू स्तर यह रिटर्न बढ़कर 170 प्रतिशत के करीब पहुंच जाता है।
एनालिस्ट ने कहा कि औद्योगिक मांग में मजबूती, आपूर्ति में कमी, ईटीएफ में भारी निवेश और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और आगे भी कटौती की उम्मीद से चांदी की कीमत 100 डॉलर प्रति औंस तक भी पहुंच सकती है।
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी की मांग के प्रमुख कारकों में इलेक्ट्रिक वाहनों, सौर ऊर्जा, सेमीकंडक्टर और डेटा केंद्रों में इसका औद्योगिक उपयोग शामिल है।
इसके अलावा, कई वर्षों से चली आ रही संरचनात्मक आपूर्ति की कमी ने निवेशकों के विश्वास को मजबूत किया है, साथ ही फेडरल रिजर्व ब्याज दर में कमी और अगले वर्ष कम से कम दो बार कटौती की उम्मीदें भी निवेशकों को उत्साहित कर रही हैं। डॉलर की कमजोरी और भू-राजनीतिक तनाव भी औद्योगिक उपयोग के अलावा अन्य क्षेत्रों में कीमती धातुओं की मांग को बढ़ा रहे हैं।
वेनेजुएला के कच्चे तेल पर अमेरिकी नाकाबंदी, रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध और नाइजीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिकी सैन्य हमले के कारण भू-राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। इस महीने अमेरिकी तटरक्षक बल ने प्रतिबंधों के तहत वेनेजुएला का तेल ले जा रहे एक सुपर टैंकर को जब्त कर लिया और सप्ताहांत में वेनेजुएला से संबंधित दो और जहाजों को रोकने की कोशिश की, जिससे तनाव और बढ़ गया।
एमसीएक्स में मार्च के कॉन्ट्रैक्ट का दाम शुक्रवार को 2,32,741 रुपए प्रति किलोग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। कई विश्लेषक अब 2026 में 100 डॉलर प्रति औंस के लक्ष्य को हासिल करने योग्य मानते हैं, जिनमें से अधिकांश अगले वर्ष चांदी के लिए 70-85 डॉलर प्रति औंस की सीमा का अनुमान लगा रहे हैं।
2026 में चांदी के आउटलुक को लेकर एक्सिस म्यूचुअल फंड की एक हालिया रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि अधिक मूल्यांकन से ईटीएफ से निकासी हो सकती है या तांबे में गिरावट भी कीमतों पर दबाव डाल सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "कुल मिलाकर, चांदी के लिए हमारा दृष्टिकोण सकारात्मक है, क्योंकि कई अनुकूल कारक इसके मूल्य में वृद्धि के बावजूद इसकी तेजी को बनाए रख रहे हैं।"
--आईएएनएस
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