पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आईईडी ब्लास्ट, रेलवे ट्रैक के उड़े परखच्चे
क्वेटा, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में डेरा मुराद जमाली के पास आईईडी धमाके की जानकारी सामने आई। आईईडी को रेलवे ट्रैक पर लगाया गया था। विस्फोट की वजह से रेलवे ट्रैक के एक हिस्से का परखच्चा उड़ गया। हालांकि, पुलिस ने एक अन्य विस्फोटक उपकरण को डिफ्यूज कर दिया है। ये पहली बार नहीं है, जब इस तरह का कोई धमाका बलूचिस्तान के इस इलाके में हुआ है। इससे पहले भी कई बार ऐसे विस्फोट देखने को मिले हैं।
पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने नसीराबाद जिले के नोटाल इलाके के पास मुख्य रेलवे ट्रैक पर एक विस्फोटक उपकरण आईईडी लगाया था। पाकिस्तानी मीडिया डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक बड़ी घटना टल गई। मंगलवार को पेशावर से क्वेटा जा रही जफ्फार एक्सप्रेस मौके पर पहुंचने वाली थी कि उससे पहले ही आईईडी विस्फोट हो गया। वहीं, धमाके के बाद रेलवे ट्रैक का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने की वजह से ट्रेन की सेवा रोकनी पड़ी।
रेलवे अधिकारियों ने जफ्फार एक्सप्रेस को डेरा मुराद जमाली पर ही रोक दिया। इसके अलावा, ट्रैक पूरी तरह से ठीक होने तक क्वेटा और दूसरे इलाकों के बीच ट्रेन सेवा फिलहाल के लिए रोक दी गई है।
धमाके के बाद, पुलिस, बम डिस्पोजल स्क्वॉड और सुरक्षा बलों की एक बड़ी टीम मौके पर पहुंची और घटना में शामिल लोगों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
बता दें, इससे पहले नवंबर में ऐसा ही एक मामला सामने आया था। पाकिस्तान के बलूचिस्तान के बोलन पास इलाके में जफ्फार एक्सप्रेस पर हमला हुआ था। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे अधिकारियों ने कहा था कि जफ्फार एक्सप्रेस क्वेटा से पेशावर जा रही थी, तभी हथियारबंद लोगों ने ट्रेन को निशाना बनाया।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, हथियारबंद लोगों ने ट्रेन पर तब फायरिंग की जब वह आब-ए-गम के पास पहुंची। वहीं ट्रेन में यात्रा कर रहे रेलवे पुलिस समेत सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की।
हालांकि, सुरक्षाकर्मियों के साथ थोड़ी देर की गोलीबारी के बाद हमलावर मौके से भाग निकले। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
इससे पहले अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि 7 अक्टूबर को सिंध के शिकारपुर जिले में क्वेटा जाने वाली जफ्फार एक्सप्रेस को निशाना बनाकर किए गए एक धमाके में कम से कम सात लोग घायल हो गए।
शिकारपुर के डिप्टी कमिश्नर शकील अब्रो ने कहा था कि 7 अक्टूबर को सुबह 8:15 बजे (स्थानीय समयानुसार) रेलवे ट्रैक पर एक धमाका हुआ। ये विस्फोट सुल्तान कोट रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर की दूरी पर हुआ, जिसमें सात लोग घायल हुए।
इस साल की शुरुआत में, क्वेटा से पेशावर जा रही जफ्फार एक्सप्रेस पैसेंजर ट्रेन को बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की मजीद ब्रिगेड ने हाईजैक कर लिया था, और 400 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था। बलूचिस्तान में बोलन दर्रे के धाबर इलाके में पटरी उड़ने के बाद 11 मार्च को ट्रेन रोकनी पड़ी थी।
--आईएएनएस
केके/एएस