स्थानीय निकाय चुनाव परिणामों ने 'असली' शिवसेना की बहस को खत्म कर दिया: एकनाथ शिंदे
ठाणे, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में मिली सफलता के बाद शिवसेना (शिंदे) गदगद नजर आ रही है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख नेता एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि पार्टी ने 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बाद हाल ही में स्थानीय निकाय चुनावों में एक मजबूत स्ट्राइक रेट बनाए रखा है।
उन्होंने इस सफलता का श्रेय विकासोन्मुखी एजेंडा और जमीनी स्तर पर जुड़ाव को दिया और कहा कि चुनाव परिणामों ने आखिरकार "असली" शिवसेना को लेकर चल रही बहस को खत्म कर दिया है।
पत्रकारों से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री शिंदे ने विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जनता ने उन्हें घर भेज दिया है, जिन्होंने दूसरों को घरों में कैद रखने की कोशिश की। मतदाताओं ने स्पष्ट रूप से दिखा दिया है कि असली शिवसेना किसकी है।
महायुति गठबंधन ने हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में शानदार जीत हासिल की। भाजपा ने 100 से अधिक सीटें जीतकर अग्रणी स्थान प्राप्त किया, जबकि शिवसेना ने 50 से अधिक सीटों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि कम सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद, शिवसेना ने शानदार जीत हासिल की है।
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव परिणामों से संकेत मिलता है कि कई क्षेत्रों में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की संयुक्त ताकत अकेले शिवसेना द्वारा हासिल की गई सीटों से कम रही।
उन्होंने शिवसेना के प्रभाव को ठाणे या मुंबई तक सीमित रखने के आरोपों को खारिज किया। उपमुख्यमंत्री शिंदे ने महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र में पार्टी के प्रदर्शन पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों ने इस बात की पुष्टि की है कि कोंकण क्षेत्र शिवसेना का गढ़ है, क्योंकि रायगढ़, पालघर और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में महत्वपूर्ण जीत दर्ज की गई है। धनुष-बाण का चिन्ह अब राज्य के हर घर तक पहुंच चुका है।
उन्होंने इस जीत का श्रेय शिवसेना के पदाधिकारियों और जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों को दिया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महाराष्ट्र के लोग ऐसे नेताओं को पसंद करते हैं जो राजनीतिक बयानबाजी के बजाय बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को प्राथमिकता देते हैं।
उन्होंने कहा कि लोग एक ऐसे नेता को चाहते हैं जो काम करे। शिवसेना हमेशा संकट के समय नागरिकों के साथ खड़ी रही है।
--आईएएनएस
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