आंध्र प्रदेश में एआई आधारित स्किल सेंसस के लिए केंद्र से सहयोग की मांग
अमरावती, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के शिक्षा, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने सोमवार को राज्य में एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) आधारित स्किल सेंसस लागू करने के लिए केंद्र सरकार से सहयोग मांगा।
उन्होंने नई दिल्ली में संसद परिसर में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर मंगलगिरि में किए गए पायलट प्रोजेक्ट की जानकारी दी। लोकेश ने पायलट चरण के दौरान सामने आई चुनौतियों से निपटने के लिए एआई आधारित इंटरव्यू प्रणाली शुरू किए जाने की भी जानकारी दी।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पहल के लिए केंद्र की ओर से सहयोग देने पर सकारात्मक रुख दिखाया।
इस दौरान मंत्री लोकेश ने आंध्र प्रदेश में स्टार्टअप और इनोवेशन हब, एवीजीसी-एक्सआर केंद्रों तथा इंडिया-एआई विस्तार के लिए भी केंद्र का समर्थन मांगा।
केंद्रीय मंत्री से यह मुलाकात लोकेश की हाल ही में संपन्न अमेरिका यात्रा के बाद हुई। अमेरिका दौरे के दौरान उन्होंने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, एनवीडिया, एडोबी सहित कई प्रमुख अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी।
लोकेश ने आंध्र प्रदेश को तकनीक, नवाचार और उन्नत विनिर्माण के तेजी से उभरते केंद्र के रूप में प्रस्तुत किया, जिससे राज्य में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, अनुसंधान एवं विकास केंद्रों और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में निवेश को लेकर मजबूत रुचि देखने को मिली।
अश्विनी वैष्णव के साथ बैठक के दौरान मंत्री लोकेश ने अपने अमेरिकी संपर्कों के परिणामों और भारत में विस्तार को लेकर अमेरिकी टेक कंपनियों की रुचि के बारे में भी जानकारी दी।
बैठक में सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और उभरती तकनीकों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा हुई, जिसमें आंध्र प्रदेश को एक प्रमुख लाभार्थी राज्य के रूप में देखा गया।
स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा देने के तहत मंत्री लोकेश ने मेइटी स्टार्टअप हब से रतन टाटा इनोवेशन हब को समर्थन देने का आग्रह किया, जिसे युवा उद्यमियों और स्टार्टअप संस्थापकों के लिए एक बड़े मंच के रूप में विकसित किया जा रहा है।
--आईएएनएस
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