उसने मदद के नाम पर बढ़ाया अपना हाथ, फिर खेल गया ऐसा खतरनाक खेल की....
दिल्ली के शाहदरा जिले में एक ऐसे धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ है, जिसे सुनकर किसी के भी होश उड़ जाएं। यह घटना मानसरोवर पार्क पुलिस स्टेशन इलाके से सामने आई है, जहां एक आरोपी फिरोज उर्फ मोनू ने भोले-भाले लोगों को मदद के बहाने ठगा। आरोपी ने एटीएम कार्ड बदलकर करीब 60,000 रुपये की ठगी की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसकी निशानदेही पर 39 एटीएम कार्ड भी बरामद किए हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना 13 अप्रैल 2025 की है, जब बाबू राम नाम के व्यक्ति ने एमएस पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। बाबू राम ने बताया कि वह चंद्रलोक कॉलोनी स्थित पीएनबी बैंक के एटीएम से पैसे निकाल रहे थे, जब एक अज्ञात व्यक्ति उनके पास आया और मदद करने के बहाने उनका एटीएम कार्ड बदल लिया। यह व्यक्ति बाबू राम को बताया कि उनका लेनदेन असफल हो गया है, और फिर उसने उनके एटीएम कार्ड को लेकर उनकी खाता राशि से 60,000 रुपये निकाल लिए।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी और आरोपी की पहचान में जुट गई। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से आरोपी तक पहुंचने का प्रयास किया।
कैसे गिरफ्त में आया आरोपी?
मानसरोवर पार्क पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की और जल्दी ही आरोपी की पहचान कर ली। पुलिस ने आरोपी के चित्र सभी मुखबिरों को भेज दिए। इसके बाद पुलिस ने 21 अप्रैल को एक इंटेलिजेंस की जानकारी के आधार पर आरोपी फिरोज उर्फ मोनू को गिरफ्तार किया। फिरोज गाजियाबाद के लोनी इलाके का रहने वाला है और इसने अब तक दर्जनों लोगों को अपना शिकार बनाया है।
आरोपी का कबूलनामा
पूछताछ में आरोपी फिरोज ने अपने अपराधों को कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह अपने दो दोस्तों फरमान और ओन्नू के साथ मिलकर इन वारदातों को अंजाम देता था। उनका modus operandi (कार्यप्रणाली) था कि वह एटीएम पर अकेले लोगों को निशाना बनाते थे, मदद करने के बहाने उनका एटीएम कार्ड बदलते थे, और फिर उनके खाते से पैसे निकाल लेते थे। इसके लिए वह पहले से कई बैंकों के एटीएम कार्ड तैयार रखते थे।
फिरोज ने यह भी बताया कि वह पहले भी चोरी और धोखाधड़ी जैसी वारदातों में शामिल रह चुका है। पुलिस ने फिरोज की निशानदेही पर अब तक 39 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं, जो अलग-अलग बैंकों से संबंधित थे। इन कार्ड्स का इस्तेमाल वह धोखाधड़ी के लिए करता था।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी फिरोज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामले की गहन जांच की जा रही है और आरोपी के साथियों को भी पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि इस प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए एटीएम पर सतर्कता बरतने की आवश्यकता है और जनता को इन धोखाधड़ी के तरीकों से अवगत कराना जरूरी है।
समाप्ति
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे धोखाधड़ी के आरोपी लोगों की मदद करने के बहाने अपनी ठगी की योजनाओं को अंजाम देते हैं। ऐसे अपराधों से बचने के लिए हमें सतर्क और जागरूक रहना जरूरी है। पुलिस की मुस्तैदी से इस अपराध का खुलासा हुआ और आरोपी को गिरफ्तार किया गया, लेकिन ऐसे मामलों से हमें यह सिखने की जरूरत है कि हमें अपने व्यक्तिगत वित्तीय दस्तावेजों और बैंकों से जुड़े कामों में अधिक सतर्कता रखनी चाहिए।