14240 किलोमीटर दूर से आई गर्लफ्रेंड, पीछे-पीछे आ गए घर वाले भी… फिर क्या हुआ इस लव स्टोरी का अंजाम?
उत्तराखंड के नैनीताल जिले से एक अनोखी और फिल्मी लव स्टोरी सामने आई है, जिसने न सिर्फ लोगों को चौंका दिया बल्कि सोशल मीडिया और परिवार दोनों की ताकत और सीमाओं को भी उजागर कर दिया। इस प्रेम कहानी की शुरुआत कनाडा से हुई और उसका खूबसूरत समापन रामनगर के एक मंदिर में शादी के रूप में हुआ।
इंस्टाग्राम से शुरू हुई दोस्ती, तीन साल में बदल गई प्यार में
यह प्रेम कहानी शुरू होती है इंस्टाग्राम से, जहां कनाडा में रहने वाली एक युवती की उत्तराखंड के रामनगर निवासी युवक से दोस्ती हुई। शुरुआती बातचीत धीरे-धीरे गहराती गई और तीन सालों में दोनों के बीच गहरा प्रेम संबंध बन गया। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे को समझा और एक दिन शादी करने का फैसला कर लिया।
कनाडा से हैदराबाद, फिर रामनगर तक का सफर
जानकारी के अनुसार, युवती का परिवार मूल रूप से हैदराबाद का रहने वाला था, लेकिन कई साल पहले वे कनाडा शिफ्ट हो गए और वहीं की नागरिकता ले ली। युवती ने 11 जुलाई को अपने परिजनों की अनुमति से भारत आने का निर्णय लिया और हैदराबाद में अपने चाचा के घर पहुंची। लेकिन चाचा के घर से वह अचानक गायब हो गई।
रातों-रात गायब होने से परिजन घबरा गए और उन्होंने हैदराबाद पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। इसी बीच युवती के माता-पिता भी कनाडा से भारत लौट आए और अपनी बेटी की तलाश शुरू की।
मोबाइल लोकेशन से मिला सुराग, रामनगर में मिली युवती
हैदराबाद पुलिस ने युवती का मोबाइल ट्रैक किया तो उसकी लोकेशन उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर में मिली। पुलिस और परिजन तुरंत रामनगर पहुंचे और स्थानीय पुलिस की मदद से युवती को ढूंढ निकाला गया। इसके बाद युवती और उसका प्रेमी थाने बुलाए गए, जहां दोनों के बीच की सच्चाई सामने आई।
परिजनों के लाख समझाने पर भी नहीं मानी बेटी
थाने में युवती के माता-पिता ने बहुत समझाया और उसे अपने साथ चलने को कहा, लेकिन युवती ने साफ शब्दों में मना कर दिया। उसने कहा कि वह सिर्फ अपने प्रेमी के साथ ही शादी करेगी और कहीं नहीं जाएगी। पुलिस और परिजनों के सामने युवती अपने फैसले पर अडिग रही।
थाने में इस दौरान खूब बहस और भावनात्मक माहौल बना रहा, लेकिन अंत में परिजन मजबूर होकर हैदराबाद लौट गए।
मंदिर में की शादी, बन गई हमेशा के लिए हमसफर
परिजनों के लौटने के बाद युवती ने अपने प्रेमी के साथ रामनगर के एक मंदिर में विवाह रचा लिया। मंदिर में सादगी से शादी की गई और दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं। इस तरह एक इंटरनेशनल लव स्टोरी का रोमांचक और सुखद अंत हुआ।
सोशल मीडिया की ताकत या नई पीढ़ी की सोच?
यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि सोशल मीडिया अब सिर्फ बातचीत का माध्यम नहीं रह गया, बल्कि यह नई पीढ़ी के रिश्तों का केंद्र बनता जा रहा है। जहां एक तरफ परिवार, परंपरा और समाज का दबाव है, वहीं दूसरी तरफ युवाओं की सोच और उनकी भावनाएं भी हैं, जिन्हें अब दबाया नहीं जा सकता।
रामनगर की इस प्रेम कहानी ने जहां समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है, वहीं यह भी दिखाया है कि प्यार की राह में दूरी, देश और संस्कार भी कभी-कभी दीवार नहीं बन पाते।