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देश की आजादी में सभी धर्मों के लोगों ने कुर्बानियां दी : सपा प्रवक्ता फखरुल हसन

 

लखनऊ, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के प्रमुख अबू आजमी के देश के लिए कुर्बानी देने वाले बयान पर राजनीतिक बयानबाजी तेज है। इस पर समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता फखरुल हसन ने सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया दी।

दरअसल, अबू आजमी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि देश के लिए जितनी कुर्बानियां दूसरे धर्मों ने दी हैं, उससे ज्यादा मुसलमानों ने दी हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मुसलमानों में एक अल्लाह सबसे बड़ा है और अल्लाह के साथ किसी और को कभी शरीक नहीं कर सकते।

सपा प्रवक्ता फखरुल हसन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "जब देश की आजादी की बात आती है, तो निश्चित रूप से देश में रहने वाले सभी धर्मों के लोगों ने कुर्बानियां दी हैं। यह अलग बात है कि भाजपा या मुस्लिम लीग का कोई योगदान नजर नहीं आता, क्योंकि उनका इतिहास अंग्रेजों के समय में भी गठबंधन की सरकार चलाने और पेंशन लेने का रहा है। अबू आजमी जिस बात को कहना चाहते हैं, वह सही है कि देश की आजादी के लिए जिन लोगों ने कुर्बानियां दी हैं, वो सभी धर्म को मानने वाले और देश में रहने वाले लोग हैं।"

ओडिशा कांग्रेस के नेता मोहम्मद मोकीम के सोनिया गांधी को पत्र लिखकर नेतृत्व पर सवाल उठाने के बाद पार्टी से निष्कासित होने के मामले पर सपा प्रवक्ता टिप्पणी करने से बचते नजर आए। उन्होंने कहा, "यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। समाजवादी पार्टी को इस पर कोई टिप्पणी नहीं चाहिए।"

बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर सपा प्रवक्ता ने तंज कसा। उन्होंने कहा, "भाजपा में इलेक्शन नहीं, सिलेक्शन हुआ है। नितिन नबीन को नया पदभार संभालने के लिए बधाई। यह उनका अंदरूनी मामला है।"

सपा प्रवक्ता हसन ने अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी के भारत दौरे को लेकर कहा, "जो भी विदेशी मेहमान देश में आता है, वह देश का मेहमान है। देश की सरकार और मेसी के बीच निश्चित रूप से देश को आगे बढ़ाने को लेकर वार्ता हुई होगी।"

उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एनआईए द्वारा जम्मू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने पर कहा, "हमें उम्मीद है कि जांच एजेंसियों ने ठोस सबूत के साथ चार्जशीट को बनाया है। चार्जशीट फाइल करना न्यायिक प्रक्रिया है। इस मामले में दोषियों के खिलाफ ठोस से ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।"

--आईएएनएस

एससीएच/एबीएम