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बहू ने सास को पीटा, बाल पकड़कर झिंझोड़ा, सोफे पर पटका, गिलास-थप्पड़ मारे, पोता VIDEO बनाता रहा, गुरदासपुर SSP से रिपोर्ट तलब

 

पंजाब के गुरदासपुर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। यहाँ एक बहू ने अपनी बूढ़ी सास की बेरहमी से पिटाई कर दी। हैरानी की बात यह है कि जब यह सब हो रहा था, तब घर में मौजूद पोता पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना रहा था, लेकिन किसी ने भी पीड़िता को बचाने की कोशिश नहीं की। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, यह घटना गुरदासपुर के एक गांव की है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि बुजुर्ग महिला ज़मीन पर बैठी हुई है, जबकि उसकी बहू गुस्से में आकर उसके बाल पकड़कर झिंझोड़ती है। इसके बाद वह स्टील के गिलास से बुजुर्ग महिला पर वार करती है, जिससे वह दर्द से कराह उठती है। कुछ ही देर बाद जब सास सांस लेने में तकलीफ महसूस करने लगती है, तो बहू फिर से उसके गाल पर थप्पड़ मारती है।

वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि पीड़िता का पोता वहीं पास खड़ा होकर पूरे घटनाक्रम को मोबाइल में रिकॉर्ड कर रहा है, लेकिन उसने बीच-बचाव नहीं किया। यह दृश्य देखकर सोशल मीडिया यूज़र्स में गुस्सा और हैरानी दोनों देखने को मिल रही है।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/MwbCGhlijCI?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/MwbCGhlijCI/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="ज़ालिम बहू! पंजाब में सास को मारे थप्पड़ ही थप्पड़, बाल पकड़कर झिंझोड़ा, गिलास से भी पीटा" width="315">

स्थानीय लोगों का कहना है कि बुजुर्ग महिला अपने बेटे और बहू के साथ रहती थी। घर में अक्सर झगड़े होते थे, लेकिन इस बार बहू का गुस्सा सीमा पार कर गया। गांव वालों ने जब वीडियो देखा, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

गुरदासपुर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है, और इसमें शामिल आरोपी बहू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि आवश्यक हुआ तो बाल संरक्षण कानून के तहत पोते की भूमिका की भी जांच होगी कि उसने वीडियो क्यों बनाया और मदद क्यों नहीं की।

इस घटना ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है कि आधुनिक समाज में मानवीय संवेदनाएँ कहाँ खो रही हैं। एक बुजुर्ग महिला, जिसने अपने जीवन के कई दशक परिवार की सेवा में बिताए, उसे इस तरह की प्रताड़ना झेलनी पड़े — यह न