नकली TTE बनकर मासूमों को लगाते थे हजारों का चूना, क्राइम ब्रांच ने ऐसे किया गैंग का पर्दाफाश
क्राइम न्यूज डेस्क !!! क्राइम ब्रांच की सेंट्रल रेंज पुलिस टीम ने फर्जी टीटीई बनकर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाकर ठगी और लूटपाट करने वाले एक शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनकी पहचान संतोष, आशुतोष कुमार और अफरोज अंसारी के रूप में की गई है. ये सभी बिहार के सीतामढी के रहने वाले हैं. इनके पास से 22 मोबाइल, 25 क्रेडिट और डेबिट कार्ड भी बरामद हुए हैं. इनकी गिरफ्तारी से 11 मामलों का खुलासा हुआ है.
कन्फर्म टिकट के नाम पर की गई धोखाधड़ी
एडिशनल सीपी संजय भाटिया ने बताया कि एएसआई उमेश कुमार को एक सूचना मिली थी. इस गैंग के बारे में जो रेल यात्रियों को निशाना बनाकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा है. वे रेलवे कन्फर्म टिकट के बहाने उन्हें निशाना बनाते हैं। उस सूचना पर डीसीपी राकेश पावरिया की देखरेख में एसीपी पंकज अरोड़ा, इंस्पेक्टर सुनील भारद्वाज की टीम ने पूरी जानकारी जुटाई और फिर गुरुग्राम के इफको चौक के पास से एक आरोपी को ट्रैक कर लिया.
वे इसी तरह लोगों को फंसाते थे
पूछताछ करने पर पता चला कि वे मेट्रो के अंदर घूमते थे और जो ट्रेन से बिहार जाते प्रतीत होते थे. वे उन्हें अपनी बातों में फंसाकर कन्फर्म टिकट दिलाने का झांसा देकर ठगी करते थे। वे लोगों के बैग से मिले डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर नकदी निकालते थे, जिसका पिन नंबर पीड़ित की पॉकेट डायरी में लिखा होता था।
संतोष की निशानदेही पर उसके साथी अफरोज और आशुतोष को भी डाबड़ी इलाके से पकड़ लिया गया। जो एटीएम से पैसे निकालते हुए सीसीटीवी में कैद हो गया. उसके कब्जे से विभिन्न बैंकों के 11 मोबाइल और दो पैन कार्ड बरामद हुए। पुलिस ने इस गिरोह की गिरफ्तारी से 11 मामलों का खुलासा करने का दावा किया है.