सीएम खुद कह रहे हैं कि प्रदेश की जनता खुश नहीं है: गुडिवाडा अमरनाथ
विजयवाड़ा, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री गुडिवाडा अमरनाथ ने कहा कि यह गजब की स्थिति है कि राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू खुद इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि प्रदेश की जनता उनकी कार्यशैली से खुश नहीं है।
उन्होंने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद इस बात को कह रहे हैं कि हमारी सरकार पिछले 18 महीने से काम कर रही है, लेकिन राज्य के लोग हमसे खुश नहीं हैं। प्रदेश की जनता हमारे कामों से संतुष्ट नहीं है। मुझे अपने कामों का कोई परिणाम नहीं देखने को मिल रहा है। गौर करने वाली बात है कि यह बयान हमारे द्वारा या हमारी पार्टी के किसी नेता के द्वारा नहीं कहा गया है, बल्कि खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह बात कही है। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री खुद अपनी विफलता को स्वीकार कर रहे हैं।
पूर्व मंत्री ने दावा कि मौजूदा समय में प्रदेश की जनता सरकार की कार्यशैली को लेकर निराशा है। लोग इस सरकार से खुश नहीं है। राज्य में सत्ता विरोधी लहर अपने चरम पर है। बेशक सरकार कुछ भी दावे कर लें, लेकिन आज की तारीख में प्रदेश की स्थिति किसी से छुपी नहीं है। इसी को देखते हुए 'हस्ताक्षर अभियान' चलाया जा रहा है। अभी तक हम 1 करोड़ से भी अधिक लोगों के हस्ताक्षर ले चुके हैं। हम गुरुवार को इसे राज्यपाल के सामने पेश करेंगे और सरकार से मांग करेंगे कि मेहरबानी करके बेवजह के मुद्दों पर नहीं उलझते हुए जनता के हितों के लिए काम करे। सरकार के लिए बेहतर रहेगा कि वो लोगों के हितों की सर्वोच्च प्राथमिकता दे। इससे प्रदेश के विकास को नई गति मिलेगी, लेकिन मौजूदा समय में हमें इसे लेकर किसी भी प्रकार की संभावना देखने को नहीं मिल रही है, इसलिए आज इस तरह की स्थिति पैदा हो रही है।
उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग कर रहे हैं कि कॉलेजों का निजीकरण बंद किया जाए। इसके अलावा, जमीनों को भी निजी लोगों के हाथों में सौंपा जा रहा है। यही नहीं, अनुबंध पर जमीनों को निजी लोगों के हाथों में दिया जा रहा है, लेकिन हम प्रदेश में इस तरह की स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने दावा किया कि जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने प्रदेश में निवेश के द्वार खोले थे। हमने यह सुनिश्चित किया था कि प्रदेश में भारी मात्रा में निवेश हो, ताकि राज्य का विकास तेज गति से हो सके। यह सरकार सिर्फ बाजारीकरण पर विश्वास करती है। यही कारण है कि आज की तारीख में प्रदेश में किसी भी प्रकार का विकास नहीं हो पा रहा है और राज्य में किसी भी प्रकार की सकारात्मक स्थिति बनती हुई नजर नहीं आ रही है, लेकिन हम इन सभी मुद्दों को लेकर विरोध करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि सरकार प्रदेश में विकास से संबंधित किसी भी काम को लेकर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करे। हम हर मुद्दे पर निगरानी रख रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रदेश में किसी भी प्रकार की विसंगतिपूर्ण स्थिति पैदा नहीं हो।
उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रदेश की मौजूदा सरकार निजीकरण के जाल को प्रदेश में फैला न पाए। बेशक, अगर सरकार कुछ चीजों को निजी लोगों के हाथों में सौंप भी दे, तो जब हम सत्ता में आएंगे, तो उन्हें निजी लोगों के हाथों से मुक्त करा देंगे। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करेंगे कि प्रदेश में विकास से संबंधित किसी भी काम को लेकर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं हो।
--आईएएनएस
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